वरिष्ठ प्रचारक माननीय सोहनसिंह जी की पुण्यतिथि

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक माननीय सोहनसिंह जी की पुण्यतिथि है । मॉं भारती की सेवा में अहर्निश जुटे रहे प्रखर राष्ट्रवादी सपूत के चरणों में मेरा शत शत वंदन नमन । 
 
सन् 1986 में मेरे पास सायम् शाखा के मुख्य शिक्षक का दायित्व था । एक दिन तत्कालीन प्रांत प्रचारक सोहनसिंह जी को कार्यालय में अल्पाहार कराने की व्यवस्था विभाग प्रचारक जी ने मुझे सौंपी । 
 
अल्पाहार के बाद कुछ देर बातचीत हुई । कुछ देर बाद उन्होनें कक्ष की सफ़ाई शुरु की । अब तक मैनें कभी झाड़ू लगाया नहीं था । मैं संकोच में था , क्या करुं । मैनें कहा- आप रहने दीजिये , मैं सफ़ाई कर दूगां , तब सोहनसिंह जी ने कहा अपन दोनों मिलकर सफ़ाई कर देते है । हम दोनों ने कक्ष साफ़ किया । 
 
 इसके बाद अजमेर विश्राम स्थली पर प्रांत शीत शिविर में मैं प्रबंधक टोली में था , क़रीब छ: दिन तक सोहनसिंह जी का सानिध्य मिला । उनके विराट व्यक्तित्व को निकट से समझने का सौभाग्य मिला । 
 
मार्च 2014 में भाई साहब धर्मनारायण जी जोशी के साथ में दिल्ली के झंडेवालान संघ कार्यालय गया था । वहॉ मा. सोहनसिंह जी से मिलना हुआ । उन्होंने परिवार व उदयपुर के कई स्वयंसेवकों के बारे में पूछा । मैंनें मा. सोहनसिंह जी से फोटो लेने के लिये निवेदन किया तो उन्होनें अपने स्वभाव के अनुरूप कठोरतापूर्वक मना कर दिया । मैंनें उन्हें पहले दिन जैसा ही सिद्धांतवादी पाया, उन कर्मयोगी को पथ से कोई डिगा नहीं पाया। वे एक बार संघ से जुड़े और स्वयंसेवकों के बन गये । संघ और स्वयंसेवक यही मानों उनका सब कुछ था , इसके अतिरिक्त किसी पक्ष का लेशमात्र मोह उन्हें छू तक नहीं सका। 
 
मेरा सौभाग्य है मुझे विद्यार्थी जीवन में सानिध्य मिला। मा. सोहनसिंह जी को जीवन में सैद्धांतिक दृढ़ता का पर्याय कहा जाय तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी । 
 
पुन: नमन।

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