भारत मां शर्मिन्दा है, राजनीति बस धंधा है
भारत मां शर्मिन्दा है, राजनीति बस धंधा है।
Mother India is ashamed, politics is just a business.
पैसों के पहाड़,राजनीति बस धंधा है
Mountains of money, politics is just business
यूं तो स्वतंत्रता के बाद से ही सरकार के स्तर पर घोटालों का खेल बाहर आनें लगा था । क्यों कि यह सब अंग्रेजों के जमानें में भी होता था। जिस तरह गरीबी,मंहगाई,बेरोजगारी भारत में 1947 से ही हैं और 2147 में भी रहनें वालीं है। उसी तरह राजनीति में भ्रष्टाचार घोटाले अकूत दौलत बनानें की भूख भी अपना बहुत पुराना इतिहास रखती है। यह सम्पूर्ण विश्व में कमोवेश है।
By the way, since independence, the game of scams started coming out at the level of the government. Because all this used to happen even during the British era. Just as poverty, inflation, unemployment have been in India since 1947 and will be living in 2147 as well. In the same way, corruption scams in politics, the hunger to make a lot of wealth also has a very old history. It is more or less all over the world.
भारत में बोफोर्स घोटाले के बाद से अकूत धन बनानें की परम्परा सी राजनैतिक क्षैत्र में चल पडी है। वंश वादी दलों में , व्यक्तिवादी दलों में यह सब बेखौफ है, बिना डर के है। यह भी देखा गया है कि राजनीति में अच्छे ओहदों को पा जानें वालों की जायदादें अचानक बहुत तेजी से बढनें लगती है।
After the Bofors scam in India, the tradition of making a lot of money has started in the political field. In dynastic parties, in individualistic parties, all this is fearless, without fear. It has also been seen that the assets of those who have attained good positions in politics suddenly start increasing very fast.
राजनैतिक जनप्रतिनिधियों को संभाल कर रखनें, अपने तरफ बनाये रखनें के लिय, उन्हे भ्रष्टता करनें की अनुमति भी देनी पडती है। वर्ना टूट कर वे दूसरे के साथ जानें में देर नहीं लगाते अर्थात राजनैतिक भ्रष्टाचार मजबूरी भी हो गई है। इसके लिये कानूनी तौर व्यापक सुधार एवं कानूनी बंदिशें बनानी होंगी, तभी इस पर नियंत्रण संभव है। अन्यथा राजनैतिक भ्रष्टाचार केंसर जैसा रोग है जो मरके ही छूटेगा।
In order to keep the political representatives on their side, they have to be allowed to indulge in corruption. Otherwise, they do not take time to live with others by breaking up, that is, political corruption has also become a compulsion. For this, comprehensive legal reforms and legal restrictions have to be made, only then it is possible to control it. Otherwise, political corruption is a cancer-like disease that will be left by death.
एक मात्र भ्रष्टाचार ने पूरे लोकतंत्र को लूटतंत्र में बदल रखा है। इसके कारण देश की सम्पूर्ण संवैधानिक व्यवस्था का प्रतिदिन चीर हरण होता है। इसलिये इतना ही कहा जा सकता है “ भारत मां हम शर्मिन्दा हैं, राजनीति बस धंधा है।“
The only corruption has turned the entire democracy into a plundering system. Due to this, the entire constitutional system of the country gets ripped off every day. That's why it can only be said, "Mother India, we are ashamed, politics is just a business."
सोनिया गांधी, राहुल गांधी नेशलन हेराल्ड की हजारों करोड की सम्पत्ती हडपी जानें के मामले में जमानत पर बाहर चल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी से ईडी की पूछताक्ष हो रही है, जिसके विरोध में कांग्रेस ने देश भर में विरोध प्रदर्शन आयोजित किये।
Sonia Gandhi, Rahul Gandhi are out on bail in the case of grabbing property worth thousands of crores of National Herald. Congress President Sonia Gandhi is being questioned by the ED, against which Congress organized protests across the country.
इसीक्रम में कर्नाटका के विरोध प्रदर्शन में कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ट विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने बेहिचक कहा था कि हमनें “ सोनिया गांधी के नाम से कई पीढियों के लिये सम्पत्ती जुटाई है। यह कर्ज चुकानें का समय है। ” अर्थात उन्होने राजनैतिक स्वरूप में सम्पत्ती अर्जित करनें की बात स्विकार की है।
In this sequence, in Karnataka's protest, senior Karnataka Congress MLA and former Speaker of the Legislative Assembly said without hesitation that we have collected property in the name of Sonia Gandhi for many generations. It is time to pay off the debt. That is, they have accepted the matter of acquiring wealth in a political form.
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा, हम सभी ने जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी के नाम पर बहुत कुछ अर्जित किया है. नेहरू गांधी परिवार की 3-4 पीढ़ियों के दम पर यह सब हुआ है। उन्होंने कहा कि हम सभी को बलिदान के लिए तैयार रहना चाहिए।
Former Assembly Speaker Ramesh Kumar said, we all have earned a lot in the name of Jawaharlal Nehru, Indira Gandhi, Sonia Gandhi. All this has happened on the basis of 3-4 generations of Nehru Gandhi family. He said that all of us should be ready for sacrifice.
यह विवादित बोल भूले भी नहीं थे कि पश्चिम बंगाल से खबर आ गई कि वहां के शिक्षा रहे केबिनेट मंत्री के करीबी से 20 करोड नगद रूपये बरामद हुये हैं। इस में उक्त मंत्री को भी गिरफतार कर लिया गया है।
These controversial words were not forgotten that news came from West Bengal that Rs 20 crore cash had been recovered from the close of the cabinet minister who was education there. In this the said minister has also been arrested.
उत्तरप्रदेश चुनाव में समाजवादी इत्र के व्यापारी के घर सैंकडों करोड रूपये की बरामदगी चुनाव के समय ही हुई थी। शिखर पान मसाला ग्रुप के यहां मारे गए छापे के बाद बरामद की गई अब तक की यह सबसे बड़ी जब्ती 175 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई थी,इसे भी आप भूले नहीं होंनें।
In the Uttar Pradesh elections, hundreds of crores of rupees were recovered from the house of a socialist perfume trader at the time of the election itself. After the raids carried out here of Shikhar Pan Masala Group, this was the biggest seizure of Rs 175 crore, you should not forget it too.
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दिल्ली में आप पार्टी की सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन 2015-16 से प्रवर्तन निदेशालय केी जांच में हैं । कोलकाता की एक कंपनी से संबंधित 4.8 करोड़ के हवाला लेनदेन से जुड़े एक मामले में उन्हें सोमवार को गिरफ्तार किया है। इससे पहले भी उनसे इस मामले में पूछताछ की जा चुकी है।
The Health Minister of the AAP government in Delhi, Satyendar Jain, is under the Enforcement Directorate's investigation since 2015-16. He was arrested on Monday in a case related to hawala transactions of 4.8 crores related to a Kolkata-based company. Earlier also he has been questioned in this case.
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 22 जुलाई 2022 को पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला में पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के दो मंत्रियों के 13 ठिकानों पर छापे मारे। इस दौरान एक मंत्री की करीबी सहयोगी के घर से करीब 20 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए हैं। इसकी जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें 500 और 2000 रुपये के नोटों का पहाड़ दिखाई दे रहा है।
The Enforcement Directorate (ED) on 22 July 2022 raided 13 locations of two ministers of West Bengal's Mamata government in the West Bengal teacher recruitment scam. During this, about Rs 20 crore in cash was recovered from the house of a minister's close aide. In the pictures that have come out, a mountain of 500 and 2000 rupee notes is visible.
ईडी ने राज्य के उद्योग और वाणिज्य मंत्री और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी और कूचबिहार जिले के मेखलीगंज में परेश चंद्र अधिकारी के आवास पर छापेमारी की। ईडी की यह कार्रवाई देर रात तक जारी रही। ईडी के सूत्रों के अनुसार एजेंसी के कम से कम सात से आठ अधिकारी सुबह करीब साढ़े आठ बजे चटर्जी के आवास नकतला पहुंचे।
The ED raided the residences of state Industries and Commerce Minister and ruling Trinamool Congress general secretary Partha Chatterjee and Paresh Chandra Adhikari in Mekhaliganj in Cooch Behar district. This action of ED continued till late night. According to ED sources, at least seven to eight officials of the agency reached Chatterjee's residence Naktala around 8.30 am.
पार्थ चटर्जी अभी उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री हैं, वह उस समय शिक्षा मंत्री थे, जब यह घोटाला हुआ था। सीबीआई दो बार उनसे पूछताछ कर चुकी है। पहली बार 25 अप्रैल को और दूसरी बार 18 मई को पूछताछ की गई थी। पश्चिम बंगाल के शिक्षा राज्यमंत्री अधिकारी से भी सीबीआई पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा उनकी बेटी स्कूल शिक्षक की अपनी नौकरी भी गंवा चुकी हैं।
Partha Chatterjee is now the Minister of Industries and Commerce, he was the Minister of Education at the time when this scam happened. The CBI has questioned him twice. The first questioning was done on 25 April and the second time on 18 May. The CBI has also questioned the Minister of State for Education, West Bengal. Apart from this, his daughter has also lost her job as a school teacher.
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