भाजपा का विस्तार तो होगा, क्यों कि वह राष्ट्रवादी है - अरविन्द सिसौदिया BJP nationalist

 भाजपा तो और फैलेगी क्यों कि वह राष्ट्रवादी है
BJP will spread more because it is nationalist


 भाजपा का विस्तार तो होगा, क्यों कि वह राष्ट्रवादी है - अरविन्द सिसौदिया
BJP will expand because it is nationalist - Arvind Sisodia

ईरान से लेकर सुदूर बाली तक जो भूभाग सनातन हिन्दू सभ्यता का था वह अपनी मानवता, नैतिकता एवं श्रैष्ठ गुणों की जीवन व्यवस्था के कारण ही , असभ्य जातियों नश्लों सम्प्रदायों के आक्रमण से पराजित होती गई और उसके 25 बार विभाजन हो कर अब वह मात्र भारत - नेपाल में स्थित है। इसका मुख्य कारण सनातन सभ्यता नें अपने पुरूषार्थ को खो दिया, आपसी संघर्ष में नष्ट कर दिया, जिसका फायदा बाहरी हमलावरों ने उठाया ।

The land which belonged to the eternal Hindu civilization from Iran to far Bali, was defeated by the invasion of uncivilized castes, ethnic sects, due to its humanity, morality and the life system of superior qualities, and after being divided 25 times, now it is only India- Nepal. The main reason for this is that the eternal civilization lost its effort, destroyed it in mutual conflict, which was taken advantage of by the outside invaders.

भारतीय सभ्यता के सनातन - हिन्दुओं में धर्म के आधार संर्कीणता कभी नहीं रही, क्यों कि यह एक जीवन पद्यती है। जिसमें व्यक्ति् से लेकर परमेश्वर तक सब कुछ समाहित है। मात्र पृथ्वी की सभ्यता ही नहीं वह पूरे बृहमाण्ड की व्यवस्था का आदर करती है, अनुसंधान करती है, उसके सत्य को निकट से जानती समझती है। इसीलिये हिन्दुओं का सनातन गुण मानवता और विश्व बंधुत्व ही हमेशा रहा है। अन्यथा भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस नहीं बल्कि हिन्दू महासभा बडा दल होता और वह सरकार चला रही होती।
Sanatan-Hindus of Indian civilization never had narrowness on the basis of religion, because it is a way of life. In which everything from man to God is included. Not only the civilization of the earth, she respects the system of the whole universe, does research, understands its truth closely. That is why the eternal quality of Hindus has always been humanity and universal brotherhood. Otherwise, the Hindu Mahasabha would have been the bigger party in India's freedom struggle and it would have been running the government.

 वहीं विदेशी हमलावर मुस्लिम वर्ग ने मुस्लिम लीग के लिये वोट करके पंथ के प्रति आबद्धता को ही दर्शाया है। जिसका नतीजा सीधी कार्यवाही सहित अनेकानेक हिंसक घटनाओं सहित देश का विभाजन होना रहा। इस सत्य को कैसे झुठलाया जा सकता है। यह बंटवारा कांग्रेस की सम्पत्ती का नहीं एक लाखों करोडो वर्षों से अस्तित्व में रहे महान सनातन देश का हुआ है। यह टीस तब तक जारी रहेगी जब तक कि देश पुनः अखण्ड नहीं हो जाता । भले ही इसमें सैंकडों वर्ष लग जायें।

On the other hand, the foreign invading Muslim class has shown its commitment to the sect by voting for the Muslim League. The result of which was the partition of the country including many violent incidents including direct action. How can this truth be denied? This division is not of the property of the Congress, but of the great Sanatan country which has been in existence for one lakh crores of years. This tussle will continue till the country becomes united again. Even if it takes hundreds of years.

 भारत को अखण्ड बनाये बिना उसकी समस्याओं का समाधान भी नहीं होगा और शांती भी नहीं होगी। क्यों कि भारत कांग्रेस की जायदाद या जागीर नहीं बल्कि सनातन हिन्दूओं का लाखों वर्ष से निरंतर चली आ रही सांस्कृतिक राष्ट्र की सम्पत्ती है। जिसका एक सांस्कृतिक वैभव है जो सम्पूर्ण पृथ्वी की मानव सभ्यता को मानवता का मार्गदर्शन एवं नेतृत्व प्रदान करता है।
Without making India united, there will be no solution to its problems and there will be no peace. Because India is not the property or fiefdom of the Congress, but the property of the Sanatan Hindus, the cultural nation that has been going on for millions of years. Which has a cultural splendor which provides the guidance and leadership of humanity to the human civilization of the whole earth.

भारत का मुस्लमान भी वह हिन्दू ही है जिसे कभी जबरिया धर्मान्तिरित कर इस्लाम में कन्बर्ट किया गया है। इस्लाम की हिंसा, इस्लाम के अत्याचार, एक ऐतिहासिक सच हैं । जो इस देश पर हजार वर्षों तक जारी रहे।

The Muslim of India is also a Hindu who has been converted to Islam by forcibly converting. The violence of Islam, the tyranny of Islam, is a historical fact. Which continued on this country for a thousand years.

कांग्रेस, वामपंथी या कोई भी यह चाहे कि सच मत बोलो तो यह नहीं हो सकता । देश अब कांग्रेस के धर्मनिरेपेक्षता की नकाब के पीछे छिपे भारत के मुस्लिमीकरण के षडयंत्र को पहचान चुका है। इस तुष्टिकरण के द्वारा भारत को पुनः परोक्ष अपरोक्ष गुलाम बनवानें के मंसूबों को समझ चुका है। इसी कारण कांग्रेस को जनता ने दर किनार कर दिया है।
If Congress, Left or anyone wants to not speak the truth then it cannot happen. The country has now recognized the conspiracy of Muslimization of India hidden behind the mask of secularism of the Congress. Through this appeasement, he has understood the intentions of making India a slave indirectly and indirectly. This is the reason why the Congress has been sidelined by the people.

जब सोनिया गांधी साम्प्रदायिक हिंसा बिल लेकर आईं थीं तब वे स्वयं बेनकाव हो गईं थीं कि उनका असली मंसूबा क्या है। उनका एजेण्डा पूरे देश ने समझा है। जब सोनिया जी सपरिवार चीन पहुंच कर , चीन की कम्युनिष्ट पार्टी से अनुबंधन करती हैं तो सहज ही समझ आता है कि वह कम से कम भारतीय संस्कृति के हित का तो नहीं है। क्यों कि जिस चीन ने तिब्बत की बौद्ध संस्कृति को नष्ट किया हो वह कम से कम भारत के हिन्दू या मुस्लिम का अच्छा तो करने वाला नहीं है।
When Sonia Gandhi came up with the Communal Violence Bill, she herself was exposed as to what her real intention was. His agenda is understood by the whole country. When Sonia ji's family reaches China and makes a contract with the Communist Party of China, it is easily understood that at least it is not in the interest of Indian culture. Because the China who destroyed the Buddhist culture of Tibet is not at least doing good to the Hindus or Muslims of India.

कांग्रेस की पोल खुलना ही भाजपा का उत्थान है। देश पर 1947 से 1977 तक एक छत्र राज करने वाली कांग्रेस पार्टी अचानक यूं ही अप्रासंगिक नहीं हुई है। बल्कि उसने हिन्दुओं के विश्वास को शैने शैने खो दिया और उसके साथ ही राष्ट्रहितों के साथ भी उसका अराष्ट्रीय समझौतावादी चेहरा बेनकाव हुआ।
Exposure of Congress is the rise of BJP. The Congress party, which ruled the country from 1947 to 1977, has not suddenly become irrelevant. Rather he lost the faith of the Hindus and at the same time his anti-nationalist compromising face was exposed along with the national interest.

पंण्डित जवाहरलाल नेहरू ने अपने शेख अब्दुल्लाह प्रेम में कश्मीर में पाकिस्तानी सेनाओं को आने दिया, उन्हे खदेडे बिना युद्ध विराम कर दिया। नेहरू ने ही साम्यवाद प्रेम के चलते भारत के साथ लगातार सदियों से पारिवारिक रिस्ते रखनें वाले तिब्बत को चीन के पास शिकार होनें भेज दिया।
Pandit Jawaharlal Nehru, in his Sheikh Abdullah Prem, allowed Pakistani forces to enter Kashmir, stopped the ceasefire without driving them away. Nehru, due to the love of communism, sent Tibet, which had constant family relations with India for centuries, to be victims of China.

 सन 1971 में भारत के सैनिकों ने 93 हजार पाकिस्तानी सैनिको को गिरफतार किया हुआ था, तब भारतीय भू भाग पाकिस्तान से वापस लिया जा सकता था। पीओके खाली करवाया जा सकता था। मगर प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने बिना पीओके खाली करवाये, पाक सैनिक भी छोडे गये और जीते भू भाग भी वापस दे दिया गया।
In 1971, Indian soldiers had arrested 93 thousand Pakistani soldiers, then Indian territory could be taken back from Pakistan. PoK could have been vacated. But Prime Minister Indira Gandhi without getting PoK vacated, Pakistani soldiers were also released and the won land was also given back.

अर्थात कांग्रेस हिन्दुओं की सांस्कृतिक सुरक्षा और भारत के राष्ट्रहित की सुरक्षा में अपना विश्वास देश में खो चुकी है। वहीं इन्ही मुद्दों पर भाजपा निरंतर संघर्षरत रही , पांच पीढी राष्ट्रहित चिन्तकों की देशहित में खप गईर्ं । तब कहीं जा कर भारत के नागरिकों ने भाजपा को स्विकार किया है। भाजपा को देश के नागरिकों ने स्विकार किया इसीलिये वह लगातार दो चुनावों से केन्द्र में पूर्ण बहूमत की सरकार चला रही है। अर्थात भाजपा देशहित की कसौटी पर अपने आन्दोलनों एवं जन संघर्षों के द्वारा स्थापित हुई है।
That is, the Congress has lost its faith in the cultural security of Hindus and the security of the national interest of India in the country. At the same time, the BJP struggled continuously on these issues, five generations were spent in the interest of national interest thinkers. Then somewhere the citizens of India have accepted the BJP. The citizens of the country accepted the BJP, that is why it is running a government of absolute majority at the center for two consecutive elections. That is, BJP has been established on the test of national interest through its movements and people's struggles.

हलांकी देश में अस्थिरता फैलानें की कोशिशें विदेशी ताकतों से मिल कर कुछ तबकों को लगातार उकसानें की कुचेष्टा के द्वारा की जा रही है। ताकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा को केन्द्र से हटाया जा सके। मगर इन कुचेष्ठाओं को सब समझते हें।
However, efforts are being made to spread instability in the country by collaborating with foreign powers to incite some sections continuously. So that Prime Minister Narendra Modi and BJP can be removed from the Centre. But everyone understands these mischief.

आने वाले समय में भाजपा का ही युग है। वह कांग्रेस कर तरह कई दसक भारत पर शासन करने वाली है। क्यों कि भाजपा शासन के दौरान देश के नागरिकों ने अकल्पनीय प्रगती पथ पर भारत को चलते देखा है। सशक्त और मजबूत होते हुये देखा है। चुनौतियों से लडते हुये देखा है। समस्याओं पर विजय प्राप्त करते हुये देखा है। इसलिये देश में जनमत में भाजपा का विस्तार तो होगा। देश में उसका समर्थन तो बडेगा।

The time to come is the era of BJP itself. She is going to rule India for many decades like the Congress. Because during the BJP rule, the citizens of the country have seen India walking on an unimaginable progress path. Getting stronger and stronger. Fighting challenges. Have seen problems overcome. That is why there will be expansion of BJP in public opinion in the country. His support in the country will increase.

न उसे शिव सेना रोक पाई, न उसे शिरोमणी अकाली दल रोक पाया , न उसे नितिश कुमार रोक पाये, न उसे बंगाल में ममता दीदी रोक पाईं, याद रहे बंगाल में भाजपा ही द्वितीय पार्टी है जो कभी ममता दीदी की पार्टी को बेदखल करेगी। अर्थात भाजपा अब  तो और भी फैलेगी, विस्तृत होगी, आने वाले समय में यही भारत का परिदृष्य है। इसे रोका नहीं जा सकता । क्यों कि देश का जनमत सांस्कृतिक सम्मान और राष्ट्रीय सुरक्षा को चाहता है।

Neither Shiv Sena could stop him, nor could Shiromani Akali Dal stop him, nor could Nitish Kumar stop him, nor could Mamta didi stop him in Bengal, remember BJP is the second party in Bengal which will ever oust Mamta didi's party. That is, BJP will now spread even more, it will expand, this is the scenario of India in the coming times. It cannot be stopped. Because the public opinion of the country wants cultural respect and national security.

नोट - मूलतः हिन्दी में लिख गया लेख है, जिसे गूगल से अंग्रेजी में अनुवादित किया गया है। इस कारण इस लेख को इसी दृष्टिकोंण से लें ....
Note - This article is originally written in Hindi, which has been translated from Google into English. That's why take this article from this point of view....

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

जन गण मन : राजस्थान का जिक्र तक नहीं

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

इंडी गठबन्धन तीन टुकड़ों में बंटेगा - अरविन्द सिसोदिया

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

सफलता के लिए प्रयासों की निरंतरता आवश्यक - अरविन्द सिसोदिया