हम जिन्दा हैं, "वेक्सीन टूलकिट" झूठा है - अरविन्द सिसोदिया We are alive by vaccine
झूठी आलोचना करने वाले भी वेक्सीन से ही बचे हैँ....!
जिम जानें वालों के हेल्थ टानिकों की जाँच करो...!!
Even those who make false criticism are saved by the vaccine...!
Check the health tips of those who go to the gym...!!
हम जिन्दा हैं, कांग्रेस को सत्ता हथियानें आया "वेक्सीन टूलकिट" झूठा है - अरविन्द सिसोदिया
We are alive, Congress came to grab power, the "vaccine toolkit" is false - Arvind Sisodia
भारत में कोरोना को गये कई वर्ष हो गये और 200 करोड से ज्यादा वैक्सीन को लगवाये भी वर्षों हो गये ! भारत कोरोना संकट से पूरे विश्व में सबसे कम नुकसान के साथ निकलनें वाला देश साबित हुआ। किसी भी दवा का साइड इफक्ट तत्काल ही होने लगता है, ज्यादा से ज्यादा दो तीन घंटे में सामनें आ जाता है। यह भी सातवां अजूबा है कि टीका लेगनें के दो तीन साल बाद नुकसान होगा....... ।
It has been many years since Corona went away in India and it has also been years since more than 200 crore vaccines were administered! India proved to be the country to emerge from the Corona crisis with the least loss in the entire world. Side effects of any medicine start happening immediately, at most within two to three hours. This is also the seventh wonder that there will be harm after two-three years of taking the vaccine.
We are alive by vaccine
इससे बडा झूठ हो ही नहीं सकता, क्यों कि सैंकडों करोड टीका लगवानें वाले जिन्दा है। मेंने तीन टीका लगावाये 66 उम्र है पांचवी मंजिल तक सीडियों के द्वारा छत पर गया और उतरा हूं। देश की जान बचानें वाली वैक्सीन को आप भ्रामकता के द्वारा बदनाम नहीं कर सकते।किन्तु कोरोना के समय में भी कांग्रेस और उनके साथियों नें सुनियोजित षढयंत्र कर तमाम अफवाहें फैलाईं थीं, इन की गिद्ध राजनीती यह थी कि देशवासी कोरोना महामारी में नष्ट हो जायें, मोदी सरकार पलट जाये और गद्दी पर कांग्रेस बैठें।
There cannot be a bigger lie than this, because hundreds of crores of people who got vaccinated are alive. I got three vaccinations, I am 66 years old, went to the roof by the stairs till the fifth floor and got down. You cannot defame the vaccine that saves the lives of the country by misleading people. But even during the time of Corona, Congress and its allies had spread many rumors through a well-planned conspiracy. Their vulture politics was that the countrymen should get destroyed in the Corona epidemic. Modi government should be overthrown and Congress should come to power.
यह एक बहुत बडा सत्य है कि कांग्रेस को हिन्दू विरोधी और गैर हिन्दू मतावलंबी नेतृत्व वाले विश्व के अनेकानेक देश, संस्थायें और धनाढय लोग सहयोग करते हैं। तमाम परोक्ष - अपरोक्ष सहयोग प्रदान करते हैं। भारत सरकार को दबाव में रखनें और उस पर अपना बर्चस्व बनानें यह गतिविधियां निरंतर चलती हैं।
It is a big truth that many countries, institutions and rich people of the world support the Congress which has anti-Hindu and non-Hindu leadership. Provide all indirect and direct support. These activities continue continuously to keep the Government of India under pressure and to establish their dominance over it.
यूपी चुनाव के ठीक पहले किसान आन्दोलन खडा किया गया जिसमें खलिस्तानी सम्मिलित थे, उन्होनें उत्पात भी मचाया । बाद में भी लगातार यही देखनें को मिल रहा है। राहुल गांधी अडानी समूह से नाराज थे....अमेरिका में एक हवाहवाई संस्थान हिडनबर्ग , जिसको अमेरिका भी सीरियस नहीं लेता एक फर्जी रिर्पाट प्लांट की जाती है। और अडानी समूह के शेयरों को बडा नुकसान उठाना पडता है, इसे भारत में कांग्रेस समूह ही उठाता है। यह एक टूलकिट सिस्टम है, जिसके द्वारा भारत को तहस नहस करने में कांग्रेस भी अपरोक्ष भूमिका निभाती है।
Just before the UP elections, a farmers' movement was started in which Khalistanis were involved, they also created ruckus. This is being seen continuously even later. Rahul Gandhi was angry with the Adani Group... A fake report is planted in Hindenburg, an aviation institute in America, which even America does not take seriously. And the shares of Adani group have to suffer huge losses, it is the Congress group in India that bears it. This is a toolkit system, through which Congress also plays an indirect role in destroying India.
यह पूर्व प्रतिक्षित था कि लोकसभा चुनावों में क्या - क्या विदेशी टूलकिट षडयंत्र सामनें आते हैं। हाल ही में सियासत के लिये वैक्सीन प्रोपोगण्डा सामनें आ गया है। जो की झूठ की पराकाष्ठा है। लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही, वैक्सीन टूलकिट ओटोमेटिक समाप्त हो जायेगा।
It was predictable what foreign toolkit conspiracies would come to light in the Lok Sabha elections. Recently, vaccine propaganda has come to the fore in politics. Which is the height of lies. As soon as the Lok Sabha elections are over, the vaccine toolkit will automatically expire.
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ब्रिटेन की अदालत में जो कहा गया है वो तो लगभग हर दवा के बारे में कहा जाता है। गुण दोष और विशेषतायें,प्रत्येक केमीकल की नेचर है। मगर दो साल बाद अब साइड इफैक्ट की बात कहीं नहीं कही गई है, सिर्फ चुनावी झूठ है।
ब्रिटेन के प्राकृतिक वातावरण और जीवन पद्यती की तुलना भारत से करना ही बेमानी है।
जहां तक जिम जानें वाले या अन्य बहुत सी दवायें लेनें वालों की बात है, उनकी दवाओं की जांच के बाद ही यह रहस्य सुलझेगा ,बहुत सी दवायें एक दूसरे के साथ नहीं ले सकते !! उसे वैक्सीन के माथे न मढ़ें ! इस तरह का झूठ यह पाप है।
What has been said in the British court is said about almost every medicine. Merits, demerits and characteristics are the nature of every chemical. But two years later, there is no mention of side effects anywhere, it is just an election lie.
It is meaningless to compare the natural environment and lifestyle of Britain with that of India.
As far as those who go to the gym or take many other medicines are concerned, this mystery will be solved only after checking their medicines, many medicines cannot be taken together!! Don't blame him for the vaccine! This kind of lie is a sin.
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हमारे देश सहित बहुत से देशों में गुप्तरूप से नई नई दवाओं के परिक्षण भी चलते रहते हैं, उनमें कौन इन्वोल्व रहते हैं यह भी जानकार लोग जानते हैं। देश में अचानक होनें वाली मौतों पर अलग से कोई बडी जांच होनी चाहिये, कि असल में माजरा क्या है।
ज्यादातर जिम जानें वाले किन किन टानिक और स्टेराइड का सेवन कर रहे हैं। मससल्स बनानें के लिए उनने क्या क्या सेवन किया, सटेराइड की अति भी बहुत घातक व जानलेवा भी हो सकती है। इसे वेक्सीन से जोड कर असली जांच ये बचना अनुचित होगा । मजबूत मांसपेशियों के लिये यह जरूरी है कि शरीर डायबिटीज से मुक्त हो, हाई डायबिटीज शरीर की मांसपेशियों को शिथिल कर देतीं हैं,उनकी वास्तविक व व्यवहारिक पकड ही समाप्त हो जाती है। हाई ब्लडप्रेसर ब्रेन की नसों को फाड देता है, इससे लकवा हो जाता है और अधिक कालोस्ट्राल हाई ब्लडप्रेसर का एक बडा कारण है। हवा में फैलाई जानें वाली राजनैतिक बातों में सत्य को दवायें असल कारण तक पहुंचें।
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जून 2022 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा था कि एस्ट्राज़ेनेका की वैक्सीन "18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित और असरदार है."
तमाम अध्ययन ये बताते हैं कि एस्ट्राज़ेनेका समेत तमाम कंपनियों की कोरोना वैक्सीन ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों की जान बचाई है.
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कांग्रेसी टूल किट को जवाब : -
भारत के अलावा दुनिया के कई देशों ने कोविशील्ड को मंजूरी दे दी है और भारत से लेकर अपने नागरिकों को लगाया है , इनमें फ्रांस, अर्जेंटीना और स्विटजरलैंड जैसे बड़े देश भी शामिल हैं ..... इसके अलावा भारत ने कई देशों को वैक्सीन सप्लाई की थी , जिसके लिए WHO ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद कहा था .. हम आज आपको उन देशों की लिस्ट बता रहे हैं, जिन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन को मंजूरी दी और उसका इस्तेमाल किया है .....
ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, वेनेजुएला, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, उजबेकिस्तान, दक्षिण कोरिया, मंगोलिया, इंडोनेशिया, वियतनाम, इजरायल, बुल्गारिया, फिनलैंड,जर्मनी, यूनान, हंगरी,आइसलैंड, आयरलैंड , लातविया,नीदरलैंड, स्लोवेनिया , स्पेन,स्वीडन,स्विट्ज़रलैंड, फ्रांस,अफ़ग़ानिस्तान,अण्टीगुआ, बारबूडा,अर्जेंटीना, बहरीन,बांग्लादेश, बारबाडोस,भूटान, बोलीविया (बहुराष्ट्रीय राज्य), बोत्सवाना,ब्राज़िल , कनाडा ,डोमिनिका, मिस्र,इथियोपिया, घाना, ग्रेनेडा, होंडुरस, हंगरी,जमैका, लेबनान,मालदीव, मोरक्को,म्यांमार, नामिबिया,नेपाल, निकारागुआ,नाइजीरिया, संत किट्ट्स और नेविस, सेंट लूसिया, संत विंसेंट ऐंड ग्रेनडीनेस, सेशल्स ,सोलोमन इस्लैंडस, सोमालिया,दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, सूरीनाम,बहामास, जाना, टोंगा,त्रिनिदाद और टोबैगो, यूक्रेन इत्यादि ..
कहीं से कोई शिकायत नहीं लेकिन कांग्रेस को तो झूठ बोलना है , बोलते रहो ..
*भारत के अक़्लमन्दों पर कोई असर होने वाला नहीं !!!!.....*
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