25 मई से 3 जून तक रहेगा नौतपा



25 मई से 3 जून तक रहेगा नवतपा
नौतपा यानी भयंकर गर्मी के 9 दिन, सूर्य देव के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते ही नौतपा का प्रारंभ हो जाता है। नौतपा में सूर्योदय से सूर्यास्त तक बेहद गर्म हवाएं (Heat wave) चलती है, लू का खतरा मंडराता है। 

 शनिवार, 25 मई 2024 से नवतपा शुरू हो रहा है, ये सोमवार 3 जून तक रहेगा। 25 मई को सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इसके साथ ही सूर्य अपने पूरे प्रभाव में आ जाएगा, जिससे गर्मी में बढ़ोतरी होगी। सूर्य जितने दिनों तक रोहिणी नक्षत्र में रहता है , पृथ्वी भी उतने ही दिनों तक अत्यधिक गर्मी का अनुभव करती है,  यह हर साल आता है और इस दौरान 9 दिनों तक सूर्य देव उग्र रूप में रहते हैं।

कब से आरंभ हो रहा है नौतपा  सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 24 तारीख की मध्यरात्रि के बाद 3 बजकर 16 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इसलिए नौतपा 25 तारीख में माना जाएगा। नौतपा का आरंभ 25 मई से होगा और 2 जून तक रहेगा। नौतपा में भीषण गर्मी होती है आसमान से आग बरसने लगती है। जिसका असर न केवल मनुष्यों पर होता है बल्कि पेड़-पौधे नदी तालाब पर भी देखने को मिलता है। हालांकि, शास्त्रों में इसको लेकर मान्यताएं हैं कि नौतपा में कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिनको करने से व्यक्ति को कई जन्मों तक पुण्य फल मिलता है।  नौतपा में क्यों बढ़ने लगती है गर्मी  शास्त्रों के अनुसार, जब-जब ज्येष्ठ मास में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो गर्मी बढ़ती है। ऐसा इसलिए दरअसल, रोहिणी नक्षत्र चंद्रमा का नक्षत्र है और सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने से चंद्रमा की शीतला कम हो जाती है। इसलिए 9 दिनों तक भीषण गर्मी होती है। साथ ही इस अवधि में सूर्य धरती के और भी करीब आ जाते हैं।  नौतपा में क्या करें  नौतपा के दौरान पेड़ पौधे अधिक से अधिक लगाने चाहिए और उनकी देखभाल करनी चाहिए। पेड़ पौधे के साथ साथ पशु पक्षियों के लिए भी पानी की व्यवस्था करने से आपको पितरों का आशीर्वाद मिलता है और पितृ प्रसन्न होते हैं और ऐसा करने से व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति होती है।  इसके अलावा इन दिनों जरुरमंद लोगों को ऐसी चीजों का दान करें जिनसे उन्हें गर्मी से राहत मिले। जैसे पंखे का दान, घड़े का दान, कपड़े, चप्पल, अन्न, जल, सत्तू, पंखा, छाता अदि। ऐसा करने से आपको नवग्रहों का शुभ फल मिलता है।

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस, मास्को जेल में..?

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

टुकड़े टुकड़े नगर निगमों को एक करने से जनता को राहत मिलेगी - अरविन्द सिसोदिया bjp rajasthan kota

पृथ्वी ईश्वर की प्रयोगशाला और जीवन प्रयोग से निकला उत्पादन jeevn or ishwar

बड़ी जनहानि से बचना सौभाग्य, बहुअयामी विशेषज्ञ जाँच होनी ही चाहिए - अरविन्द सिसोदिया cfcl

कण कण सूं गूंजे, जय जय राजस्थान