The real culprit of the electricity-water crisis is the previous Gehlot government - Arvind Sisodia
The real culprit of the electricity-water crisis is the previous Gehlot government - Arvind Sisodia
Kota 29 May. The BJP has held the outgoing Ashok Gehlot government, which was in power for the last five years, responsible for the electricity-water crisis and called it a criminal of the people of Rajasthan.
BJP Kota division's BJP media coordinator Arvind Sisodia alleged that if the previous Gehlot government had worked keeping in mind the construction of infrastructure needed by the people of Rajasthan, then today Rajasthan would not have been caught in the crisis of electricity and water. He said that Chief Minister Gehlot, in order to keep the Congress high command happy, kept creating hurdles in the schemes of the Modi government at the Center and kept giving priority to the works of commission. This is why everything became unbalanced.
Sisodia said that Modiji wanted to provide tap water to every house, but Gehlot sahab stopped the Jal Jeevan Mission to keep the high command happy and made it fail by indulging in corruption. Similarly, Gehlot sahab kept the Eastern Rajasthan Canal Project on hold for five years to improve the condition of drinking water and irrigation in Rajasthan. Had this scheme been started on time, the needs of crores of people would have been met today. Similarly, Modi government's health related Ayushman Yojana was obstructed and the need for substantial increase in power generation was completely ignored. Instead, agreements were made with other states that put Rajasthan in trouble and now it has to bear the brunt of it.
Sisodia said that during the Congress rule, thousands of crores were wasted in building a river front in Kota, but drinking water pipelines and water treatment centers were not built in the newly developed colonies of Kota, even roads were not arranged. Roads, electricity, water, hospitals, schools, colleges were not arranged in the newly developed colonies, but the river front was imposed! Half of Kota is in dire trouble today due to the Congress minister squandering money at will by ignoring the needs of the people.
Sisodia said that the outgoing Gehlot government and the entire cabinet and the government secretariat of his time knew that summer comes every year, the demand increases and it was necessary to build additional infrastructure to meet it. Dams and power plants and hospitals are not built in a day, nor are they found readymade. Work is done on them, they are completed over years. The Gehlot government had got full five years, which they wasted in the war for power. Outgoing Chief Minister Ashok Gehlot is the culprit for the suffering of the people of Rajasthan. He looted thousands of crores of rupees even in the last year of his tenure but did nothing on electricity, water and health security, this is what has led to this situation.
Sisodia said that despite the code of conduct of the general elections having tied its hands, the Bhajan Lal government of BJP is fulfilling all possible needs with full force. The people of Rajasthan will come out of this crisis with unity. Follow the government's advisory, be cautious and defeat this crisis with courage.
Sisodia said that the BJP government understood the power crisis as soon as it came to power and signed an MoU of Rs 2.24 lakh crore with power companies, so that people do not have to face such problems in future. Its pleasant results will be seen soon.
He alleged that even in this hour of disaster, instead of supporting and providing courage to the people of Rajasthan, former Chief Minister Gehlot and other Congressmen are engaged in creating fear among the people by negative rhetoric, which is condemnable. They should look into their own conscience and see that the real culprit is themselves.
Yours sincerely
Arvind Sisodia
9414180151
बिजली पानी संकट की असली गुनहगार पूर्ववर्ती गहलोत सरकार - अरविन्द सिसोदिया
कोटा 29 मई। भाजपा ने बिजली- पानी संकट के लिए गत पांच साल सत्ता में रही निवर्तमान अशोक गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया और उसे राजस्थान की जनता का अपराधी बताया है।
भाजपा कोटा संभाग के भाजपा मीडिया संयोजक अरविन्द सिसोदिया नें आरोप लगाया कि गत गहलोत सरकार नें राजस्थान की जनता की जरूरत की आधारभूत संरचनाओं के निर्माण को ध्यान में रख कर काम किये होते, तो आज राजस्थान बिजली पानी के संकट में न फंसा होता। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री गहलोत कांग्रेस हाइकमान को खुश रखने के चक़्कर में लगातार केंद्र की मोदीजी सरकार की योजनाओं में अडंगे दर अडंगे लगाता रहे और कमीशनखोरी के कामों को प्राथमिकता देते रहे। इसी से सब कुछ असंतुलित हुआ।
सिसोदिया नें कहा मोदीजी घर - घर नल से पानी पहुँचाना चाहते थे किन्तु जल जीवन मिशन गहलोत साहब नें हाइकमान को खुश रखने को रोके रहे और भ्रष्टाचार करवाते हुये इसे विफल करवाया। इसी तरह राजस्थान में पेयजल व सिंचाई की स्थिति सुधारने, पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को गहलोत साहब पूरे पांच साल रोके बैठे रहे, ये योजना समय से चालू होती तो आज करोड़ों लोगों की जरूरत पूरी होती। इसी तरह से मोदी सरकार की स्वास्थ्य संबंधी आयुष्मान योजना में अड़ंगा डाला, तो बिजली उत्पादन में पर्याप्त वृद्धि की जरूरत को पूरी तरह नजर अंदाज कर दिया, बल्कि राजस्थान को संकट में डालने वाले समझौते दूसरे राज्यों से कर लिए जिन्हे अब ढोना पड रहा है ।
सिसोदिया नें कहा कांग्रेस राज में कोटा में रिवर फ्रंट बनाने में हजारों करोड़ फूँक दिये, मगर नवविकसित हो रहे कोटा की कॉलोनीयों को पेयजल पाईप लाईन और वाटर् ट्रीटमेन्ट सेंटर नहीं बनाया, सड़कों तक की व्यवस्था नहीं की, नवविकसित कॉलोनीयों में सड़क, बिजली, पानी, अस्पताल,स्कूल,कॉलेज की व्यवस्था तक नहीं कीं, मगर थोप दिया रिवर फ्रंट ! जनता की आवश्यकताओं को नजरअंदाज कर स्वेच्छा पर कांग्रेस मंत्री द्वारा धन लुटाने से आज आधा कोटा भयंकर परेशानी में फंसा हुआ है।
सिसोदिया ने कहा निवर्तमान गहलोत सरकार और उनके समय की समस्त मंत्रिपरिषद और शासन सचिवालय को पता था की गर्मी प्रतिवर्ष आती है, मांग बढ़ती है उसे पूरा करने अतिरिक्त आधारभूत संरचनाओं को खड़ा किया जाना जरूरी था। डेम और बिजली घर अस्पताल एक दिन में नहीं बनते, न बने बनाये मिलते हैँ। इन पर काम होता है, वर्षों में ये कम्प्लीट होते हैँ। गहलोत सरकार को पूरे पांच साल मिले थे, जिसे उन्होंने कुर्सी युद्ध में जाया कर दिया गया। निवर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान की जनता के कष्ट के अपराधी हैँ। उन्होंने अपने कार्यकाल के अंतिम वर्ष में भी हजारों करोड़ रूपये लुटाये मगर बिजली पानी और स्वास्थ्य सुरक्षा पर कुछ नहीं किया, इसी से यह आभव उत्पन्न हुआ है।
सिसोदिया नें कहा आम चुनाव की आचार संहिता नें हाथ बांधे हुये होनें के बावजूद भाजपा की भजनलाल सरकार पूरी ताकत से संभव पूर्तियां कर रही है। राजस्थान के लोग एकजुटता से इस संकट से भी बाहर निकलेंगे। सरकार की एडवाइजरी की पालना करें, सावधान रहे और साहस के साथ इस संकट को पराजित करें।
सिसोदिया नें कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही बिजली संकट को समझा और दो लाख 24 हजार करोड़ का एमओयू बिजली कंपनियों के साथ किया, ताकि भविष्य में इस तरह की परेशानी का लोगों को सामना नहीं करना पड़े। इसके सुखद परिणाम जल्द देखने को मिलेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस आपदा की घड़ी में भी राजस्थान की जनता को सहयोग देनें और साहस प्रदान करने के बजाए नकारात्मक बयानबाजी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत और अन्य कांग्रेसजन जनता में भय उत्पन्न करने में लगे हैँ जो की निंदनीय है। उन्हें अपनी गिरेवान में झाँक कर देखना चाहिए कि असली गुनहगार तो वे स्वंय ही हैँ।
भवदीय
अरविन्द सिसोदिया
9414180151
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