नौटंकीबाज केजरीवाल सहानुभूति बटोरनें स्वंय पर प्रायोजित हमला करवा सकते हैं - अरविन्द सिसोदिया

 

चुनाव में सहानुभूति का भी खेला होता है, माना जाता है कि ममता को बंगाल में लगा कि बाजी हाथ से निकल रही है, पैर में पट्टा चढ़ गया , व्हील चेयर आ गई और चुनाव जीत गईं ! लोकसभा चुनाव में फिर से कुछ इस तरह का हुआ, येशा ही तेजस्वि का चल रहा है।

केजरीवाल का जेल जाना भी एक सुनियोजित टूलकिट था लगातार 9 सम्मन ठुकरा कर आमचुनाव को समीप लागया गया फिर योजनाबद्ध जेल पहुंचा गया, यह सब सहानुभूति बटोरनें का टूलकिट था जिसमें वे सफल हुये ।

 अब इसी तरह की नौटंकी की ओर केजरीवाल बड रहे हैं। क्यों कि उनकी लगातार असलियत बाहर आ रही है। वे लगातार बेनकाब हो रहे है और उनके द्वारा आने वाली नौटंकियों के लिये देश का और प्रशासन को सावधान रहना होगा ......! दिल्ली के लोगों को इसके असली चेहरे को समझना होगा।


Sympathy also plays a role in elections, it is believed that in Bengal, Mamata felt that the game was slipping away, she got a strap on her leg, a wheel chair came and won the election. Something like this happened again in the Lok Sabha elections, yes Tejashwi is running.

Kejriwal's going to jail was also a planned toolkit, rejecting 9 consecutive summons, bringing the general elections closer and then going to jail in a planned manner, all this was a toolkit to garner sympathy in which he was successful.

  Now Kejriwal is moving towards this kind of drama. Because their reality is constantly coming out. They are continuously being exposed and the country and the administration will have to be alert for the gimmicks coming from them...! The people of Delhi will have to understand its real face.



नौटंकीबाज केजरीवाल सहानुभूति बटोरनें स्वंय पर प्रायोजित हमला करवा सकते हैं - अरविन्द सिसोदिया

The gimmick Kejriwal can get a sponsored attack done on himself to garner sympathy - Arvind Sisodia

आप यानी नौटंकीबाज बकवास पार्टी

राज्य सभा सांसद स्वाती मालीवाल से मारपीट प्रकरण, शराब नीती घोटाला, विदेशों से अवैध फंडिग प्राप्त करने और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा आदि अपराधों की लपेट में घिरे आप पार्टी के अरविन्द केजरीवाल की नई नौटंकी सामनें आई है कि जान से खतरा ! वे 25 मई को होनें वाले मतदान से पूर्व सहानुभूती बटोरनें के लिए यह नई नौटंकी लाये है। हो सकता है कि उन्होनें अपने पर हमला करवानें की कोई साजिश भी बना रखी हो और स्वयं प्रायोजित हमला भी वे अपने आप पर करवा सकते हैं। राजनीति में मतदाता को प्रभावित करने के लिए सब कुछ होता है। 

केजरीवाल को यूं भी ‘‘देश की सुरक्षा के लिए खतरा’’ , ‘‘खालिस्तानी मानसिकता’ के लोगों को संरक्षण देनें वाला ‘‘ खालिस्तानियों और नक्सलियों से संपर्क रखने वाला और झूठ में महारत प्राप्त बताया जाता व्यक्ति बताया जाता है।’’

दिल्ली के उप-राज्यपाल ने प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस से कथित तौर पर चंदा लेने के मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी से जांच करने की सिफ़ारिश की है। जो कि उनके चाल चरित्र और चेहरे की असलियत बयां करता है।

आप यानी नौटंकीबाज बकवास पार्टी

AAP's mean gimmick nonsense party

AAP's Arvind Kejriwal, who is surrounded by crimes like assault on Rajya Sabha MP Swati Maliwal, liquor policy scam, receiving illegal funding from foreign countries and threat to national security etc., has come out with a new gimmick that he is in danger of life! They have brought this new gimmick to garner sympathy before the voting to be held on 25th May. It is possible that they may have hatched a conspiracy to get an attack done on themselves and may even get a self-sponsored attack done on themselves. In politics everything happens to influence the voter.

Kejriwal is also described as a "threat to the security of the country", a person who protects people with "Khalistani mentality", and is said to be in contact with Khalistanis and Naxalites and is an expert in lies.

The Lieutenant Governor of Delhi has recommended an investigation by the National Investigation Agency against Delhi CM Arvind Kejriwal for allegedly accepting donations from the banned organization Sikh for Justice. Which reveals the reality of his behavior, character and face.


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विदेशों से AAP ने हासिल की करोड़ों की अवैध फंडिंग, ED का बड़ा दावा; MHA सेशिकायत

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) नेदावा किया हैकि आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने यूएस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया,

न्यूजीलैंड, सउदी अरब, यूएई, कुवैत और ओमान सेफंड हासिल किया है।


दिल्ली के कथित आबकारी नीति घोटाले (Excise Policy Scam) में पहले से ही काफी मुश्किलों का सामना कर रही आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के लिए मुश्किलेंअभी और बढ़ सकती हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट मेंकहा जा रहा हैकि ईडी (ED) ने अपनी एक रिपोर्ट केंद्रीय गृह  मंत्रालय को दी है और बताया है कि साल 2014 से 2022 के बीच AAP नेकरीब 7.08 करोड़ रुपये के विदेशी फंड हासिल किए हैं। ईडी ने गृहमंत्रालय को बताया है कि आप पार्टी ने यह फंड हासिल कर FCRA, RPA और IPC का उल्लंघन किया है।


इन देशों से हासिल किया फंड

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया है कि आम आदमी पार्टी ने यूएस, कनाडा, अस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सउदी अरब, यूएई, कुवैत और ओमान से फंड हासिल किया है। ईडी ने आरोप लगाया है कि दानदाताओं की पहचान को छिपाया गया, पहचान से छेड़खानी की गई और गलत पहचान घोषित की गई है।

कुमार विश्वास का भी नाम

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जांच एजेंसी ने दावा किया है कि यह जानकारी उसे AAP वॉलेन्टियर्स और कार्यकर्ताओं के बीच हुए ईमेल के आदान-प्रदान से मिली है। इसमें अनिकेत सक्सेना (कोऑर्डिनेटर ऑफ आप ओवरसीज इंडिया), कुमार विश्वास (आप के ओवरसीज इंडिया के तत्कालीन संयोजक), कपिल भारद्वाज (तत्कालीन आप सदस्य) और दुर्गेश पाठक के ईमेल भी शामिल हैं।

एक ही क्रेडिट कार्ड सेमिला दान - ED

रिपोर्ट के अनुसार, ED की जांच मेंअब तक पता चला हैकि यह पैसे यूएस और कनाडा मेंफंड रेजिंग कैंपेन के जरिए जुटाए गए हैं। ईडी का दावा हैकि FCRA की तरफ से लागू पाबंदियों से बचने के लिए दानदाताओं की पहचान आप द्वारा छिपाई गई। आप के अकाउंट बुक में जो इन दानदाताओं की जो पहचान दिखाई गई है वो भ्रामक हैं। जांच एजेंसी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि कई दानदाताओं ने एक ही पासपोर्ट नंबर, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल AAP को फंड देने के लिए किया है।

ED ने गृह मंत्रालय को दी अहम जानकारियां

बताया जा रहा है कि ईडी नेअपनी जांच के बारे में केंद्रीय गृह  मंत्रालय को सब कुछ बताया है। इसमें दानदाताओं के नाम के साथ उनका विवरण, दानदाता का देश, पासपोर्ट नंबर, कुल रकम, डोनेशन की प्रक्रिया और रकम हासिल करने वाले का बैंक खाता भी शामिल है। इसके अलावा बिलिंग नेम, बिल का पता, बिल पर मौजूद टेलिफोन नंबर, बिलिंग ईमेल, पैसे भेजने का समय, फंड देने की तारीख और पेमेंट का तरीका इत्यादि शामिल है। ईडी ने मंत्रालय को बताया हैकि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच के दौरान उसे यह सभी जानकारियां मिली हैंं।

ईडी के मुताबिक, विदेश में रहने वाले 155 लोगों ने 404 मौकों पर 55 पासपोर्ट नंबरों का इस्तेमाल कर कुल 1.02 करोड़ रुपये डोनेट किए। इसके अलावा 71 दानदाताओं ने 256 मौकों पर 21 मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर कुल 99.90 लाख रुपए आम आदमी पार्टी को डोनेट किए। इसी तरह विदेश में रहने वाले 75 डोनरों ने 15 क्रेडिट कार्डों का इस्तेमाल कर 148 मौकों पर 19.92 लाख डोनेट किए। ईडी ने कहा है कि कनाडा में रहनेवाले 19 लोगों के ईमेल आईडी और मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर 51.15 लाख रुपये AAP को डोनेट किए गए हैं।


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