भ्रष्टाचार और परिवार बचाओ गठबंधन Corruption and Family Save Alliance

भ्रष्टाचार कराओ और परिवार बचाओ गठबंधन - अरविन्द सिसोदिया


कांग्रेस गठबंधन में तमाम मत भिन्नताओं के बावजूद कुछ समानतायें अवश्य है। जैसे ये सब परिवारवादी पार्टियां हैं। वामदलों को परिवारवाद से अलग रखा जा सकता वहीं आप पार्टी अब पूरी तरह परिवारवाद की ओर बड गई है। उन्होनें सब को किनारे कर केजरीवाल की पत्नि सुनीता केजरीवाल को आगे बडाना प्रारम्भ कर दिया है। दूसरी समानता है भ्रष्टाचार जो कम ज्यादा कॉफी हद हैं। या यूं कहें कि मुख्य घटक दल भ्रष्टाचार से सम्बंधित हैं। जिनमें कई तो जमानत पर हैं। अर्थात यह गठबंधन भ्रष्टाचार और परिवारवाद के आधार पर बना है। इन्हे देश , संस्कृति और विकास से कुछ भी लेना देना नहीं है।

भ्रष्टाचार कराओ और परिवार बचाओ गठबंधन

Corruption and Family Save Alliance

आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी देश को प्रगति की ओर ले जा रहे हैं लेकिन ये जंगल राज की ओर ले जाना चाहते हैं। मीसा कानून के तहत जेल गए लालू यादव ने अपनी बेटी का नाम मीसा रख दिया था, जयप्रकाश नारायण के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने वाले लालू यादव भ्रष्टाचार में डूब गए। नौकरी के बदले जमीन घोटाला किया, चारा घोटाला किया और बिहार में जंगल राज जैसी स्तिथि बना दी थी। 

घमंडिया गठबंधन एक ही कारण से बना है, इनके सभी घटक दल अपने परिवार को बचाने में लगे हैं। आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कह दिया है कि एक भी भ्रष्टाचारी बचेगा नहीं। 

माननीय प्रधानमंत्री जी कहते हैं भ्रष्टाचार मिटाओ, घमंडिया गठबंधन कहता है कि भ्रष्टाचारियों को बचाओ। कांग्रेस पार्टी ने कोयला, चीनी, चावल घोटाला, पनडुब्बी, अगस्ता वेस्टलैंड, 2-जी, 3-जी घोटाला किया। लालू यादव ने चारा घोटाला, नौकरी के बदले जमीन घोटाला किया। ममता बनर्जी ने शिक्षक घोटाला किया, टीएमसी के मंत्रियों के घर से नोट निकले, झारखंड के मंत्री के घर करोड़ों रुपए मिले, यह सब भ्रष्टाचारियों का जमावड़ा है। अरविन्द केजरीवाल और के कविता ने शराब घोटाला किया। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, लालू यादव, संजय सिंह, पी चंदबरम बेल पर हैं। मनीष सिसोदिया, सतेन्द्र जैन, डीएमके के नेता जेल में हैं। इंडी गठबंधन के नेता या तो जेल में हैं, या बेल पर हैं। घमंडिया गठबंधन राम विरोधी है, सनातन विरोधी और राष्ट्र विरोधी है। सोनिया गांधी ने एफिडेविट लिख कर दिया है कोर्ट में राम काल्पनिक है और उनका इतिहास में कोई आधार नहीं है। कपिल सिब्बल ने बोला था राम जन्मभूमि का फैसला लटकाओ नहीं तो भाजपा वालो को फायदा होगा। इंडी गठबंधन के नेता सनातन धर्म को गली देते है, लेकिन राहुल गांधी और सोनिया गांधी इस पर चुप रहते है। जहां राष्ट्र विरोधी काम होगा वहां इंडी गठबंधन खड़ा होगा। राष्ट्र विरोधी नारे लगाने वालो को कांग्रेस ने लोकसभा का टिकट दिया है। लालू यादव बिहार में माले को खाद-पानी देने का काम कर रहे हैं।

झारखंड कांग्रेस के एक नेता के घर से 360 करोड़ रुपए जब्त किए गए, जिसे गिनने के लिए 18 नोटों को गिनने वाली मशीन लगानी पड़ी। झारखंड कांग्रेस नेता के पीए के नौकर के घर से 29 करोड़ मिले, यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है।

श्री नड्डा ने कहा कि एक समय था जब इंडी गठबंधन के घटक दलों की भ्रष्टाचारी सरकारें देश पर शासन कर रही थीं। हर दिन भ्रष्टाचार होता था। कांग्रेस ने कोयला, चीनी घोटाला, चावल घोटाला, 3-जी, 2-जी, कॉमनवेल्थ घोटाला, अगस्तावेस्टलैंड घोटाला और पनडुब्बी घोटाला किया। कांग्रेस ने अंतरिक्ष, समुद्र और धरती तीनों जगह घोटाला किया और आज ये सारे भ्रष्टाचारी एक साथ हो गए हैं। अखिलेश ने गोमती रिवर फ्रंट, लैपटॉप, अनाज घोटाला किया। लालू यादव ने चारा घोटाला किया, जमीन के बदले नौकरी का घोटाला किया। ममता बनर्जी के लोगों ने शिक्षक घोटाला किया, टीमसी के मंत्री के घर से करोड़ों रुपए निकले, डीएमके के नेताओं ने बालू घोटाला, के कविता ने शराब घोटाला, अरविंद केजरीवाल ने भी शराब घोटाला किया। आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी कहते हैं कि भ्रष्टाचार हटाओ लेकिन इंडी गठबंधन कहता है भ्रष्टाचार बचाओ। राहुल गांधी, सोनिया गांधी, लालू यादव, पी चिदंबरम, संजय सिंह और टीएमसी के नेता बेल पर हैं। मनीष सिसोदिया, के कविता जेल में हैं। इंडी गठबंधन के नेता या तो बेल पर हैं या जेल में हैं। इंडी गठबंधन की सभी पार्टियां परिवारवादी हैं। परिवारवादी पार्टी से तात्पर्य है कि अगर बाप अध्यक्ष है तो बेटा पार्लियामेंट्री बोर्ड का सेक्रेटरी। परिवारवादी पार्टी का मतलब स्वयं परिवार ही पूरी पार्टी में “Decisive and Executive” पॉलीसीज का निर्णय करना है। मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव की चिंता की, अखिलेश यादव डिम्पल की चिंता कर रहे हैं, लालू यादव तेजस्वी की चिंता करते हैं, ममता अपने भतीजे की चिंता करती हैं, शरद पवार सुप्रिया सुले की और उद्धव ठाकरे आदित्य की चिंता कर रहे हैं। इन्हें देश की जनता से कोई लेना देना नहीं है लेकिन आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी को देश की 140 करोड़ जनता की चिंता है।

मजबूत और मजबूर सरकार का अंतर

जनता ने 2014 के पहले देश की अपंग, कमजोर और मजबूर सरकार के कार्य को देखा है। मजबूत और मजबूर सरकार का अंतर बहुत स्पष्ट है। मजबूर सरकार पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले के जवाब में डोसियर भेजा करती थी, लेकिन आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व वाली मजबूत एनडीए सरकार ने उरी और पुलवामा हमले का जवाब, सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को घर में घुसकर दिया। मजबूर सरकार कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से दिल्ली में वार्ता और समझौता करती थी, मगर मजबूत सरकार कश्मीर की धारा 370 को धराशायी कर देती है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कश्मीर को भारत की मुख्यधारा में जोड़ने का कार्य किया है, इसलिए आज कश्मीर में रिकॉर्ड वोटिंग हो रही है।

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