भूखंडों में भरे पानी की निकासी हो और उन्हें जीवाणु रहित किया जाये kota
यह हरा भरा मैदान नहीं है, यह पानी से भरा हुआ गहरा भूखण्ड है जिस पर काई छाई हुई है - अरविन्द सिसोदिया
कोटा शहर में भूखंडों में भरे पानी की निकासी हो और उन्हें जीवाणु रहित किया जाये
कोटा 5 अगस्त। भाजपा कोटा संभाग मीडिया संयोजक अरविन्द सिसोदिया एवं पूर्व भाजपा जिला मंत्री राजेंद्र जैन ने जिला कलक्टर कोटा ड़ा रविन्द्र गोस्वामी से मिल कर शहर के भूखंडों में भरे पानी की निकासी एवं उन्हें जीवाणु रहित करने की मांग की है।
भाजपा नेताओं नें बताया कि कोटा शहर में खाली पड़े हुए प्लाटों, भूखंडों में भरे पानी की निकासी और जीवाणु रहीत करना अत्यंत आवश्यक है अन्यथा यह जमा पानी संक्रामक रोगों का कारण बनेगा। जिला कलक्टर नें शीघ्र कार्यवाही करवाये जाने का आश्वासन दिया है।
सिसोदिया और जैन ने बताया कि कोटा शहर स्थिति रंगबाड़ी विस्तार योजना में निर्मित मकानों के पीछे बहुत से खाली भूखंड पड़े हुए हैं, इनमें भारी मात्रा में पानी जमा है, पानी पर काई छाई हुई है और पेड़ पौधे भी उगे हुए हैं। इससे वहां रहने वाले लोगों को संक्रमण एवं जीवाणुओं का खतरा हमेशा बना रहता है जो की जीवन और स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। इस तरह की स्थिति पूरे कोटा शहर में कमोबेश सभी जगह है।
उन्होंने कहा कि इस समस्या के निवारण हेतु रंगवाड़ी विस्तार योजना सहित कोटा शहर की तमाम आबादी क्षेत्र में एक व्यापक सर्वे की आवश्यकता है। जिसे नगर निगम के जमादारों के माध्यम से करवाया जा सकता है, कि किस भूखंड पर, किस जमीन पर, पानी भरा हुआ है। उसके निकासी की क्या व्यवस्था है,उसे भूखंड का धारक कौन है,इन सब की एक सूची, एक डाटा वर्तमान समय में तैयार किया जा सकता और जिसका उपयोग भविष्य में भी हो सकता है। उसके द्वारा पानी से भरे हुए प्लाटों का पानी खाली करने की व्यवस्था की जा सकती है।
सिसोदिया और जैन ने कहा कि पूरे शहर में इस तरह के प्लांट्स/ भूखंडों को चिन्हित करना, उन में मिट्टी आदि भरवाना, समतल करवाना, पानी की निकासी की व्यवस्था करना, इन सारी व्यवस्थाओं को लेकर के चिंता करने का विषय, कोटा विकास प्राधिकरण एवं कोटा की दोनों नगर निगमों का कर्तव्य है यह सिस्टम की जिम्मेवारी भी है जवाबदेही भी है।
भवदीय
अरविंद सिसोदिया
कोटा संभाग संयोजक
भाजपा मीडिया विभाग राजस्थान।
9414180151
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