आतंकी ट्रेनिंग के स्थानीय सहयोगी को पकडें - अरविन्द सिसौदिया
आतंकी ट्रेनिंग के स्थानीय सहयोगी को पकडें - अरविन्द सिसौदिया
देश को समझना होगा कि आंतरिक खतरा कितना बड़ रहा है - अरविन्द सिसौदिया
राजस्थान पुलिस को भनक भी नहीं है कि राजस्थान में आंतक की खतरनाक ट्रेनिंग दी जा रही है। राजस्थान के मेवात की सरहद पर और देश की राजधानी दिल्ली की सरहद के पास,आतंकवादी ट्रेनिंग कई खतरनाक मंसूबों की ओर ऊंगली उठाता हैं। वहीं देश को आने वाले समय में किस तरह के खतरों से दो - चार होना पडेगा इसका भी इशारा मिल गया है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भारत के अंदर चल रहे अल कायदा के टेरर मॉड्यूल का बडा भंडाफोड़ करते हुये, राजस्थान के भिवाड़ी से 6 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है । बताया जाता है कि इन सभी के पास भिवाड़ी में हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने का जिम्मा था। स्पेशल सेल का कहना है कि इस आतंकी मॉड्यूल को रांची का रहने वाला डॉक्टर इश्तियाक लीड कर रहा था, जो बहुत ही जल्द देश में कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने की फिराक में था। किन्तु अभी तक इनने क्या - क्या किया इसकी जानकारी आनी शेष है।
इसके अलावा इस मॉड्यूल से जुड़े 8 और संदिग्ध आतंकी उत्तर प्रदेश और झारखंड से भी गिरफ्तार किए गए। जो फिलहाल दिल्ली पुलिस की कस्टडी में हैं। जहां उनसे पूछताछ की जाएगी। इस पूरी कार्रवाई से जो सामने आया उससे इतना तो तय हो गया कि इनको सहयोग व सुविधायें उपलब्ध करवानें में स्थानीय स्तर पर भी कई कई लोग हैँ, ट्रेनिंग के आयोजन में उनका भी बडा हाथ है।
देश में रेल पटरियों के साथ छेडछाड हो रही है जिससे रेल दुर्घटनायें सामने आरहीँ है अर्थात रेल जेहाद प्रतीत हो रहा है, बिहार में पुलों के गिरानें की निरंतरता सामने आरही है जो कि पुल जेहाद प्रतीत हो रही है। कश्मीर में पुनः आतंकवाद लानें की भरपूर कोशिश हो रही है। हिडनवर्ग नें कहा है कि भारत में कुछ बडा होनें वाला है। बांगलादेश में आराजकता हो चुकी है। इसके मद्दे नजर भारत के सभी प्रदेशों में पुलिस को बेहद सतर्क रहनें की जरूरत है। भारत में बांगलादेश जैसा कुछ नहीं हो सकता क्यों कि भारत की सेना किसी विदेशी ताकत को कबूल नहीं करती है। किन्तु विदेशी ताकतें भारत की प्रगती और उत्थान को रोकना चाहती यह भी उतना ही सच हैं। इसलिये वे नापाक मंसूबों को अंजाम देनें के हर अवसर को प्राप्त करना चाहेंगे और पुलिस व सुरक्षा तंत्र को इस तरह के हर मंसूबें को नाकाम करके अपनी सफलता दर्ज करनी है। अच्छा होता कि इन्हे राजस्थान पुलिस नें पकडा होता ।
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क्या दिल्ली में कुछ बडा करना था ?
अल कायदा ने भिवाड़ी को क्यों चुना ?
दरअसल भिवाड़ी, राजस्थान के अलवर जिले का हिस्सा है, जो दिल्ली एनसीआर में आता है। इसकी सीमा हरियाणा से लगती है। जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यहां दबिश दी तो उन्होंने जंगल से सभी संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया। यह मेवात का इलाका है। जहां के गांवों में एक जाती विशेष के लोग रहते हैं। भिवाड़ी को औद्योगिक दृष्टि से बड़ा इलाका माना जाता है। यहां बड़ी संख्या में बाहरी लोग काम करने के लिए आते हैं। दो राज्यों को मिलने वाला क्षेत्र होने के चलते दूसरे स्टेट के लिए यहां आसानी से आ जा सकते हैं। परिवहन की दृष्टि से भी व्यवस्थाएं माकूल हैं। बॉर्डर के पास वाला गांव होने के चलते यहां छिपकर रहना और संकट के समय भागना बहुत आसान है। इसीलिए अल कायदा ने इस एरिया को हथियार ट्रेनिंग के लिए चुना।
भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार बरामद
गिरफ्तारी के वक्त इन संदिग्ध आतंकियों के पास से दिल्ली पुलिस को बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और एके-47 जैसे हथियार बरामद हुए हैं। ये सभी झारखंड के रहने वाले थे। जो इतनी शांति से अपनी ट्रेनिंग कर रहे थे कि स्थानीय लोगों को भनक तक नहीं लगी। दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद अब राजस्थान पुलिस भी आसपास के गांव में लोगों से पूछताछ में जुटी हुई है। वहीं दिल्ली में आतंकियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। हालांकि अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि भिवाड़ी में यह ट्रेनिंग सेंटर कब से चल रहा था। वहीं मॉड्यूल के बारे में ज्यादा बताने से अधिकारी भी अभी बचते नजर आ रहे हैं।
आर्मी एरिया के पास अल-कायदा का आतंकी
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भिवाड़ी के जिन पहाड़ों में अल-कायदा का आतंकी ट्रेनिंग कैंप पकड़ा है, वो बेहद संवेदनशील इलाका है। इसके 5 से 7 किलोमीटर के दायरे में भारतीय वायु सेना का प्रतिबंधित क्षेत्र है। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में 3 साल पहले भी स्लीपर एजेंट पकड़ा गया था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बताया है कि यह आतंकी राजस्थान के भिवाड़ी में बैठकर दिल्ली में पब्लिक प्लेस पर बम विस्फोट की योजना बना रहे थे। भिवाड़ी में इन आतंकियों को हथियारों का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा था। यह एक तरह से आतंकियों का ट्रेनिंग कैंप का काम कर रहा था। दिल्ली पुलिस से मिल रही जानकारी के अनुसार आतंकियों की बड़े स्तर पर हत्याएं करने की योजना थी। अभी झारखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में छापेमारी जारी है। बम ब्लास्ट करने के लिए मास्टरमाइंड डॉ. इश्तियाक अली से पूछताछ जारी है।
झारखंड और उत्तर प्रदेश से आठ गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने झारखंड और उत्तर प्रदेश से आठ लोगों को हिरासत में लिए गए हैं। इसके साथ ही कई अन्य गिरफ्तारी होने की संभावना है। झारखंड और उत्तर प्रदेश में जहां से संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है वहां से कई हथियार, गोला-बारूद और आतंकवादी साहित्य भी बरामद किया गया है। रांची, कटक, अलीगढ़ में 12 लोग हिरासत में लिए गए हैं। इनके साथ ही गोला बारूद आपत्तिजनक और भड़काऊ साहित्य बरामद किया गया है।
क्या-क्या बरामद हुआ?
एक AK -47 राइफल
एक .38 बोर रिवॉल्वर
.38 बोर के 6 जिंदा कारतूस
.32 बोर के 30 जिंदा कारतूस
AK47 के 30 जिंदा कारतूस
एक डमी इंसास
एक एयर राइफल
एक आयरन एल्बो पाइप
एक हैंड ग्रेनेड
एक की रिमोट कंट्रोल मैकेनिज्म
कुछ तार
एक ।। साइज़ 1.5 वोल्ट बैटरी
एक टेबल वॉच
चार ग्राउंड शीट
एक टारगेट
एक कैंपिंग टेंट
कुछ बिस्किट, एक चिप्स का पैकेट और एक पानी की बोतल
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