उपचुनाव By Election नतीजे राज्य की सत्तारूढ सरकारों के पक्ष में

 

 


 
हाल ही में 3 लोकसभा एवं 29 विधानसभा चुनावों में सामान्य तौर पर नतीजे राज्य की सत्तारूढ सरकारों के पक्ष में गये है। हिमाचल,तेलंगाना और हरियाणा को छोड कर । लाभ हॉनी की दृष्टि से कांग्रेस मूलतः विधायकों की नो लॉस नो प्राफिट में रही है। किन्तु उसने एक लोकसभा सीट अतिरिक्त जीती है। वहीं भाजपा विधायकों की दृष्टि से दो गुणी हो गई है। किन्तु उसने एक लोकसभा सीट गवां दी है। इन नतीजों का ताजा प्रभाव यह होगा कि हिमाचल के मुख्यमंत्री बहुत जल्द बदले जा सकते है।

    हाल ही में तीन लोक सभा और 29 विधानसभा चुनाव के परिणाम आए हैं। यह सभी उपचुनाव किसी ना किसी कारण सीट रिक्त होने के कारण, “उपचुनाव“ के रूप में हुए थे । सामान्य तौर पर उपचुनाव किसी सदस्य की मृत्यु के बाद ही होते हैं। उपचुनावों में जिस जन प्रतिनिधि का निधन होता है उसी के परिवार के पत्नी पुत्र पुत्री आदि को यदि प्रत्याशी बनाया जाता है तो सहानुभूति वोट के कारण चुनाव आसानी से जीता जा सकता है ।

    भारतीय जनता पार्टी ने एक नीति बनाई कि वह मृतक के परिवार को ही टिकट दे यह आवश्यक नहीं है और इसका फायदा नुकसान दोनों ही सामनें आये। इन परिणामों का कोई बहुत ज्यादा असर होता भी नहीं है । दादर नगर हवेली सीट में शिवसेना को जीत मिली उसके कोई बहुत बड़े मायने नहीं है, क्योंकि वहां जिस 7 बार के  निर्दलीय सांसद मोहन देलकर की मृत्यु के कारण हुआ था वह उसी की पत्नी कलाबेन देलकर ने चुनाव जीता है । यह चुनाव सहानुभूति की वजह है और इसमें किसी पार्टी को श्रेय नहीं।


1. खण्डवा संसदीय सीट भाजपा की थी और भाजपा पर ही रही ।
2- मण्डी सीट भाजपा की थी उसे कांग्रेस ने जीत ली है।
3- दादर नगर हवेली संसदीय सीट निर्दलीय की थी उसे उनकी पत्नि ने जीती है। शिवसेना की प्रत्याशी के रूप में वे लडीं थीं। मगर जीत सहानुभूति के कारण हुई है।
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भाजपा गठबंधन 12,कांग्रेस गठबंधन 9,टीएमसी 4 और अन्य 4 के खाते में गइ्रं है।

1 - असम में 5 सीटों पर उपचुनाव, 5 ही भाजपा गठबंधन ने जीतीं
2 -प0 बंगाल में 4 सीटों पर चुनाव , 4 ही टी एम सी ने जीती है।
3 -मध्यप्रदेश में 3 सीटों पर चुनाव, 2 भाजपा एवं 1 कांग्रेस ने जीती है।
4 -मेघालय में 3 सीटों पर चुनाव, एन पी पी ने जीती 2 सीट,उसकी सहयोगी पार्टी यू डी पी ने 1 विधानसभा सीट  जीती है।
5 -हिमाचल प्रदेश में 3 सीटों पर चुनाव, 3 ही कांग्रेस ने जीती हैं।
6 - बिहार में 2 सीटों पर चुनाव, 2 ही जेडीयू अर्थात भाजपा गठंबंधन ने जीती
7 - कर्नाटका में 2 सीटों पर चुनाव 1 भाजपा एवं 1 कांग्रेस ने जीती है।
8 - राजस्थान में 2 सीटों पर चुनाव, 2 ही कांग्रेस ने जीती हैं।
9 - मिजोरम में 1 सीटों पर चुनाव,1 सीट मिजो नेशनल फ्रंट जीती है।
10 - तेलंगाना में 1 सीट पर चुनाव, 1 भाजपा ने जीती है।
11 - महाराष्ट्र में 1 सीट पर चुनाव, 1 कांग्रेस ने जीती
12 - हरियाणा में 1 सीट पर चुनाव, 1 इनेलो ने जीती है।
13 - आंध्रा में 1 सीट पर चुनाव, 1 टी आर एस कांग्रेस ने जीती है।

29 विधानसभा सीटों का गणित
गौरतलब है कि 29 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने पहले करीब आधा दर्जन सीटों पर जीत हासिल की थी। इन 29 सीटों में से कांग्रेस के पास 9 विधानसभा सीट थी, जबकि बाकी सीटें क्षेत्रीय पार्टियों के पास थी।

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