कोरोना महामारी : सावधानी हटी और दुर्घटना घटी

सावधान कोरोना का नया वेरिएंट फिर सक्रिय हो गया है

कोरोना नाम की महामारी नें अभी भी खतरे के संकेत दिए हुए हैं । पूरी दुनिया में इससे नई दहशत फैल गई है ।
नित्य नए नए रूप बदलकर ये बार बार सामने आ रही है ।

जब से स्कूल खुले हैं , त्यौहार और शादी ब्याह का सीजन आया है , तब से कोरोना के नए केसों में धीरे धीरे मगर बढ़ोतरी देखने को मिल रही है । 

हमारे महान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी लगातार लगातार सावधान कर रहे हैं। मगर हमनें सावधानी रखना छोड़ ही दिया है ।

बचाव के साधन भी हमने लगभग छोड़ दिए हैं सामान्य तौर पर कोरोना के संदर्भ में जो सावधानियां रखनी थी । उन किसी भी सावधानी को हम अब नहीं रखते हैं । हम बिल्कुल निश्चिंत हो चुके हैं कि महामारी नाम की कोई चीज नहीं है , किंतु यह गलत है ।

कोरोना का नया संक्रमण फिर से सामने आ रहा है इसलिए हमको सावधानी रखनी ही चाहिए । आशा है कि कोरोना के नए संक्रमण से बचाव रखने के लिए सभी नागरिक अपने अपने स्तर पर सावधानी जरूर रखेंगे ।

सावधानी हटी और दुर्घटना घटी

–----//-----

दुनिया भर में अब तक 26 मामले 
कोरोना के नए वैरिएंट 'बी.1.1.529' के अबतक के 26 मामले सामने आए हैं और यह तीन देशों बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका और हांगकांग में फैल चुका है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस नए वैरिएंट में अब तक 32 म्यूटेशन देखने को मिले हैं। यह अन्य वैरिएंट में हुए म्यूटेशन से कहीं ज्यादा है। इसलिए इसे काफी खतरनाक और संक्रामक बताया जा रहा है। 


ब्रिटेन को रोकनी पड़ी छह देशों की यात्रा 
कोरोना संक्रमण के काबू में होने के बाद धीरे-धीरे सभी देशों ने अपने-अपने दरवाजे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए खोलने शुरू किए थे। इस बीच नए वैरिएंट ने एक बार फिर से दुनिया को डरा दिया है। दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना में सामने आए नए वैरिएंट के बाद ब्रिटेन ने छह दक्षिण एशियाई देशों की यात्रा को अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है। 

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

जन गण मन : राजस्थान का जिक्र तक नहीं

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

छत्रपति शिवाजी : सिसोदिया राजपूत वंश

खींची राजवंश : गागरोण दुर्ग

इंडी गठबन्धन तीन टुकड़ों में बंटेगा - अरविन्द सिसोदिया

स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद Swami Vivekananda and Nationalism

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी