हमको अपना जन्म स्थान भी बचाना है और भूमि भी - इंद्रेश कुमार
हमको अपना जन्म स्थान भी बचाना है और भूमि भी - इंद्रेश कुमार
कोटा महानगर (कार्यक्रम स्वराज 75)- 8 नवम्बर 2021 श्रीरामशांताय सभागार स्वामी विवेकानन्द विद्यालय महावीर नगर तृतीय में कोटा महानगर के महाविद्यालय, विद्यार्थी तरुण व्यवसायी व प्रौढ़ शाखाओं के स्वयंसेवकों का स्वराज 75 वह #दीपावली स्नेह मिलन कार्यक्रम रखा गया।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य श्रीमान् इन्द्रेश कुमार जी मुख्य वक्ता के रूप में सभी स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुये कहा आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर अमृत महोत्सव मनाया जाएगा, इसी विचार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी तय किया है कि इस वर्ष को स्वराज 75 वर्ष के रूप में मनाया जावे जिन देशभक्तों ने देश को स्वतंत्र कराने में अपने प्राणों की आहुति दी उनके सम्मान के रूप में उनके वंशजों को सम्मान देने के लिए मनाया जाना चाहिए जिनके कारण ही आज देश आजाद है।
अंग्रेजों ने देश का 7 बार विभाजन करके 9 देशों में विभाजन कर भारत को भारतीयों के सुपुर्द किया आज उनको एक किए जाने की आवश्यकता है और आज भारत दिग्विजय की ओर अग्रसर हो रहा है तत्कालीन नेतृत्व पंडित नेहरू जी की अदूरदर्शिता में आजादी के पश्चात के भारत के हजारों किलोमीटर के भूभाग को चीन व पाकिस्तान ने दबा लिया आज भारत के विस्तार की आवश्यकता है हमको अपना जन्म स्थान भी बचाना है और भूमि भी भारतीय मातृभूमि के लिए बलिदान होना स्वर्ग प्राप्ति के समान है।
आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 6 लाख 30 हजार गांव व बस्तियों में कार्य है इन के माध्यम से भारत का उदय करने के लिए दंगा मुक्त भारत, छुआछूत मुक्त भारत, प्रदूषण मुक्त भारत तथा गरीबी मुक्त भारत का निर्माण करना होगा।
हम सब का डीएनए एक था एक है और एक रहेगा हम सभी को एक रहकर ही जीना होगा अब यह देश विभाजन नहीं चाहता है, धर्मांतरण नहीं चाहता है, और इसीलिए हमें हमारी जड़ों को तराशना चाहिए
शाखा जाओ, शाखा चलाओ, शाखा लाओ, स्वयंसेवक बनो और स्वयंसेवक बनाओ बस यही सभी समस्याओं का समाधान है।
स्वराज 75 कार्यक्रम में प्रांत प्रचारक विजयनंद जी, महानगर संघचालक गोपाल लाल जी गर्ग, विभाग प्रचारक मनोज कुमार जी, प्रांतीय व विभागीय अधिकारियों सहित महानगर के 416 स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें