जानिये कौन है त्रिपुरा के नौजवान मुख्यमंत्री विप्लव देव
जानिए नौजवान मुख्यमंत्री श्री विप्लव देव की कहानी .. कंजरवाल के गुण गाने वाली मीडिया आपको कभी नही बताएगी , हम सभी को प्रचार करना होगा त्रिपुरा की जीत के पीछे उस भयंकर लूट के खात्मे की कहानी भी है जिसने त्रिपुरा के नौजवानों की किस्मत बदल दी है और पूरे पूर्वोत्तर का खर्च आधा कर दिया है। समुद्री मार्ग से आने वाली वस्तुएं पूर्वोत्तर तक पहुंचाने का एकमात्र मार्ग बंगाल का हल्दिया बंदरगाह हुआ करता था। पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार गुवाहाटी की हल्दिया बंदरगाह से दूरी थी 1220 किमी तथा त्रिपुरा की राजधानी अगरतला की दूरी थी 1645 किमी। जबकि त्रिपुरा से बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह, जिसे अब चट्टोग्राम बंदरगाह कहा जाता है, की दूरी थी मात्र 67 किमी। तथा त्रिपुरा से गुवाहाटी की दूरी है केवल 550 किमी। अगरतला से चट्टोग्राम को दो नदियां, बंगला देश की मेघना तथा त्रिपुरा की गुमती नदी जोड़ती हैं। मेघना में छोटे जहाज पहले से ही चलते थे। केवल गुमती नदी के 35 किलोमीटर की लंबाई में जमी गाद के कारण छोटे जहाज नहीं चल सकते थे। अब समझिए उस लूट की कहानी... 1971 में बांग्लादेश को मिली आज़ादी के बाद चट्टोग्राम बंदरगाह के