सुब्रमण्‍यम स्वामी ने जावेद का सच उजागर कर दिया

 Swami's reply on the absurd comparison of Javed Akhtar, 'The author has  strong roots in Dubai, RSS understands the danger' - PressWire18

 जावेद अख्तर के तालिबानी बयान के प्रतिउत्तर में सांसद एवं जाने माने राजनेता सुब्रमण्‍यम स्वामी ने जावेद का सच उजागर कर दिया है। 

 

 भारत की मुम्बई फिल्म इण्ड्रस्टी पर 1940 के दसक से ही तस्कारों के साथ गठ जोड रहा है। फिल्मों में काला धन लगा कर उसे जायज करने का फार्मूला धीरे धीरे इतना जोर पकड गया कि मुम्बई फिल्म इण्ड्रस्टी में किस कलाकार को आगे बड़ाना है, किसे चमकाना है, किसे रोकना है, किसके काम को समाप्त करवाना है और किसे रास्ते से हटाना है। यह सब फिल्मों में पैसा लगाने वाले स्मगलर और डॉन जैसे अपराधी किस्म के लोग तय करने लगे । अनेकों चर्चित नाम और कारनामें उजागर हुये या उजागर किये गये । इतना भय आज भी है कि बडे से बडा कलाकार या फिल्म इन्ड्रस्टी से जुडा व्यक्ति अण्डरवल्ड के खिलाफ मुंह नहीं खोल पाता । बल्कि उन्हे खुश रखने के लिये अपने आप को समर्पित करते रहते है। मुम्बई बम धमाकों के बाद यह सारा खेल दुबई से संचालित होने लगा । 

  डॉ सुब्रमण्यम स्वामी का इशारा उसी तरफ है, "...उनकी दुबई में मजबूत जड़ें हैं..."। प्रतीत यही होता है कि जावेद अख्तर का लम्बा फिल्मी केरियर रहा है और उनके गहरे सम्बध होना और उन्हे और प्रगाण करने की कोशिश के क्रम में ही यह बयान है


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 जावेद अख्‍तर की बेतुकी तुलना पर स्‍वामी का जवाब, 'लेखक की दुबई में मजबूत जड़ें, RSS को समझते हैं खतरा'
Compiled byअमित शुक्‍ला | नवभारतटाइम्स.कॉमUpdated: Sep 6, 2021,

सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने जावेद अख्‍तर के बयान पर सोमवार को तीखा पलटवार किया। उन्‍होंने जावेद अख्‍तर को 'हल्‍का-फुल्‍का' कम्‍युनिस्‍ट करार दिया। साथ ही कहा कि उनकी दुबई में मजबूत जड़ें हैं।

नई दिल्‍ली
भाजपा सांसद सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने जाने-माने लेखक और चिंतक जावेद अख्‍तर के बयान पर उनकी क्‍लास लगाई है। समाचार चैनल सीएनएन न्‍यूज 18 के साथ बातचीत में स्‍वामी ने जावेद अख्‍तर पर तीखी प्रति‍क्रिया दी। इंटरव्‍यू की शुरुआत होते ही उन्‍होंने जावेद अख्‍तर को 'हल्‍का-फुल्‍का' कम्‍युनिस्‍ट बताया। साथ ही कहा कि उनकी दुबई में मजबूत जड़ें हैं। ऐसे लोगों को आरएसएस के बढ़ते नेटवर्क से खतरा है। अख्तर के इस बयान का बीजेपी और शिवसेना जैसी कई पार्टियां विरोध कर रही हैं। बीजेपी ने उनसे माफी की मांग की है। वहीं, शिवसेना ने भी उनके बयान का विरोध किया है।


*** ये सब छद्म बुद्धिजीवी और पशु धर्मी कौम अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर राष्ट्रविरोधी गैंग्स ,टुकड़ा टुकड़ा गैंग ,ये सब जिस थाली में खाते है उसी में छेद बताने वाली अहसान फरामोश प्रजाति...+ -Subhash Malviya

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