मोदी जी ने UNGA में चीन पाकिस्तान को नहीं दी तब्बजो
अरविन्द सिसौदिया
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25 सितम्बर 2021
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने चीन और पाकिस्तान को कोई तब्बजो नहीं दी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इससे पहले दिये अपने वर्चुअल माध्यम के सम्बोधन में भारत पर , भाजपा पर, संघ पर अनेकों प्रकार के दोषारोपण किये थे, ये उसकी उकसावे की कार्यवाही थी कि भारत सफाई और जबावों में उलझ जाये और मूल बात नहीं कह पाये। मगर इमरान को कडा जबाव भारत ने राइट टु रिप्लाई के तहत तत्काल दिया, संयुक्त राष्ट्र में भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी स्नेहा दुबे ने इमरान की एक एक बात का जबाव देते हुये उसे POK खाली करने को कह दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी नाम लिये बगैहर ही सीधे सीधे कहा “ आतंकवाद को पॉलिटिकल टूल के रूप में इस्तेमाल करने वालों को यह समझना होगा कि आतंकवाद, उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। “ यह कह कर चीन पाक्रिस्तान को कडा संदेश भी दे दिया है। निश्चित रूप से मोदी जी ने उच्च स्तरीय व्यक्तित्व की योग्यता को साबित किया है। वहीं उन्होने बता दिया कि भारत बडी सोच वाला देश है, वह टुच्चेपन में नहीं उलझता ।
अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76वें सत्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कोविड-19 महामारी, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न वैश्विक चुनौतियों पर फोकस किया। उन्होंने महामारी से लड़ने में वैश्विक स्तर पर भारत द्वारा निभाई गई भूमिका पर प्रकाश डाला और दुनिया को भारत में वैक्सीन बनाने के लिए आमंत्रित किया। साथ ही आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा प्रहार करते हुए दो टूक कहा कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंक को बढ़ाने के लिए न किया जाए.
जब भारत बढ़ता है तो दुनिया बढ़ती है, जब भारत सुधार करता है तो दुनिया बदलती है : प्रधानमंत्री मोदी
Quote स्वतंत्रता के 75 वर्ष के अवसर पर भारत, स्कूलों और कॉलेजों में भारतीय छात्रों द्वारा बनाए जा रहे 75 सैटेलाइट लॉन्च करेगा: पीएम मोदी
Quote आतंकवाद को पॉलिटिकल टूल के रूप में इस्तेमाल करने वालों को यह समझना होगा कि आतंकवाद, उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। यह सुनिश्चित किया जाना बहुत जरूरी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए न हो : पीएम मोदी
Quote यह आवश्यक है कि हम संयुक्त राष्ट्र को ग्लोबल ऑर्डर, ग्लोबल लॉ और और ग्लोबल वैल्यू के संरक्षण के लिए निरंतर सुदृढ़ करें : पीएम मोदी
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न्यूयार्क, एजेंसियां।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly, UNGA) के 76वें सत्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इशारों ही इशारों में आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर करारा हमला बोला। पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि जो देश आतंकवाद का टूल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं वह यह बात भूल रहे हैं कि आतंकवाद उनके लिए भी खतरा बनेगा....
* संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने कोविड-19 महामारी से जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, ‘गत डेढ़ वर्ष से पूरा विश्व, 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहा है. ऐसी भयंकर महामारी में जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं और परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं.’अफगानिस्तान में बच्चे बेचने को मजबूर गरीब परिवार, मार्केट में लगा रहे बोली,
* संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सबसे लंबे समय तक गुजरात का मुख्यमंत्री और फिर पिछले 7 साल से भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर मुझे हेड ऑफ गर्वमेंट की भूमिका में देशवासियों की सेवा करते हुए 20 साल हो रहे हैं और मैं अपने अनुभव से कह रहा हूं.
* टी स्टॉल पर पिता की मदद करने वाला बच्चा चौथी बार UNGA को कर रहा संबोधित: PM मोदी
पीएम बोले कि वह उस देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जिसे ’मदर ऑफ
डेमोक्रेसी’ का गौरव हासिल है। हमारी विविधता हमारे सशक्त लोकतंत्र की
पहचान है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भारत के लोकतंत्र की ताकत का बखान किया और कहा कि हमारे देश की विविधता ही हमारे सशक्त लोकतंत्र की पहचान है. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत को वाइब्रेंट डेमोक्रेसी का उदाहरण बताते हुए कहा कि यह एक ऐसा देश है जिसमें दर्जनों भाषाएं हैं, सैकड़ों बोलियां हैं, अलग-अलग रहन सहन, खान-पान हैं.
* पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि एक छोटा बच्चा जो कभी एक रेलवे स्टेशन की टी स्टॉल पर अपने पिता की मदद करता था वो आज चौथी बार भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर UNGA को संबोधित कर रहा है.’
* संयुक्त राष्ट्र को खुद में सुधार करना होगा
संयुक्त राष्ट्र महासभा में पीएम मोदी ने चाणक्य के शब्दों को भी याद किया। उन्होंने कहा कि चाणक्य ने सदियों पहले कहा था कि जब सही समय पर सही कार्य नहीं किया जाता तो समय ही उस कार्य की सफलता को नाकाम कर देता है। संयुक्त राष्ट्र को खुद में सुधार करना होगा। कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सवालों को हमने कोरोना और आतंकवाद और अफगानिस्तान संकट में गहरा कर दिया है।
* आतंकियों का ठिकाना ना बनने पाए अफगानिस्तान
राष्ट्र महासभा के 76 वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें इस बात के लिए भी सतर्क रहना होगा कि अफगानिस्तान कि नाजुक स्थितियों का इस्तेमाल कोई देश अपने स्वार्थ के लिए एक टूल की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश ना करने पाए। पीएम मोदी ने अफगानिस्तान को मदद की जरूरत भी बताई। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की महिलाओं को, बच्चों को, वहां के अल्पसंख्यकों को मदद की दरकार है। इसमें हम सबको अपना दायित्व निभाना ही होगा।
* बिना नाम लिए पाकिस्तान पर बोला हमला
पीएम मोदी ने कहा- दुनियाभर में चरमपंथ का खतरा बढ़ता जा रहा है। जो देश प्रतिगामी सोच के साथ आतंकवाद का राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद, उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। मौजूदा वक्त में यह सुनिश्चित किया जाना बेहद ज़रूरी है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकी हमलों के लिए ना हो। पीएम मोदी का पाक पर करारा वार, कहा- जो आतंकवाद का टूल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं उनको भी खतरा बनेगा
* संयुक्त राष्ट्र में पीएम मोदी ने कहा कि बीते 7 सालों में भारत में 43 करोड़ से ज्यादा लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा गया है। 36 करोड़ से अधिक ऐसे लोगों को बीमा कवच मिला है जो पहले इस बारे में सोच भी नहीं सकते थे। 50 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त इलाज का लाभ देकर उन्हें क्वालिटी हेल्थ से जोड़ा है।
* संयुक्त राष्ट्र में पीएम मोदी ने कहा कि प्रदूषित पानी, भारत ही नहीं पूरे विश्व और खासकर गरीब और विकासशील देशों की बहुत बड़ी समस्या है। भारत में इस चुनौती से निपटने के लिए हम 17 करोड़ से अधिक घरों तक पाइप से साफ पानी पहुंचाना का बहुत बड़ा अभियान चला रहे हैं।
* अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत अभियान का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''कोरोना महामारी ने दुनिया को सिखाया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को और विविधतापूर्ण बनाया जाए, इसलिए वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं का विस्तार बहुत महत्वपूर्ण है. हमारा 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' इसी भावना से प्रेरित है.
* पीएम मोदी ने कहा, विकास, सर्वसमावेशी हो, सर्व-पोषक हो, सर्व-स्पर्शी हो, सर्व-व्यापी हो, ये हमारी प्राथमिकता है.
* स्वतंत्रता के 75 वर्ष के अवसर पर भारत भारतीय छात्रों द्वारा बनाए गए 75 उपग्रहों को अंतरिक्ष में लॉन्च करने जा रहा है.''
* भारत की कोरोना वैक्सीन को लेकर पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को जानकारी देते हुए कहा कि भारत ने दुनिया की पहली DNA वैक्सीन विकसीत कर ली है, जिसे 12 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों को लगाया जा सकता है।साथ ही फिर से वैक्सीन का एक्सपोर्ट भी शुरू हो चुका है. इसके साथ ही उन्होंने दुनियाभर के वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स को भी आमंत्रित किया कि आइए और भारत में वैक्सीन बनाइए।
* संयुक्त राष्ट्र महासभा के संबोधन का अंत पीएम मोदी ने रवीन्द्र नाथ टैगोर द्वारा रचित एक कविता से की। बंगाली भाषा में रवींद्र नाथ टैगोर की कविता पढ़ी। जिसके द्वारा उन्होंने दुनिया को संदेश दिया कि अच्छे काम करते समय कठिनाई आएंगी लेकिन नेक काम करते रहना चाहिए।
मोदी ने दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन का जिक्र कर इमरान को BJP और RSS पर आईना दिखाया है!
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन का जिक्र कर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बीजेपी और संघ पर आईना दिखाया। उन्होंने अपने संबोधन में एक बार भी पाकिस्तान और इमरान खान का नाम नहीं लिया। लेकिन, इशारों में ही उस पर जोरदार हमला किया। पाकिस्तान और इमरान खान का नाम न लेकर पीएम मोदी ने दिखाया कि भारत अब उसे बिल्कुल तवज्जो नहीं देता है। इसकी जगह प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की उपलब्धियों को गिनाया। संयुक्त राष्ट्र में सुधार का मुद्दा उठाया।
बीजेपी और आरएसएस पर इमरान खान के प्रोपगेंडा का मोदी ने जवाब देते हुए दीनदयाल उपाध्याय का जिक्र किया।
दीनदयाल उपाध्याय भारतीय जनसंघ के पूर्व नेता, भाजपा के संस्थापक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचारक थे। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 1951 में जनसंघ की स्थापना की थी। 1953 में उनका देहांत हो गया था। उनकी मृत्यु के बाद दीनदयाल के कंधों पर जनसंघ की जिम्मेदारी आई और संघर्ष करते हुए उन्होंने ऐसे कार्यकर्ताओं को खड़ा किया जो राष्ट्र का निर्माण कर सकें।
पीएम ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को एकात्म मानववाद का प्रणेता बताया। उन्होंने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय का चिंतन आज बेहद प्रासंगिक है। खास बात है कि उनकी आज जन्म जयंती भी है। एकात्म मानववाद के सिद्धांत को समझाते हुए पीएम बोले कि यह स्व (अपने आप) से समस्ति तक विकास और विस्तार की सह यात्रा है।
प्रधानमंत्री बोले कि यह समाज से जुड़ने की प्रक्रिया है। यह चिंतन अंत्योदय को समर्पित है। अंत्योदय को आज की परिभाषा में कहा जा सकता है कि जहां कोई छूटे नहीं। इसी भावना के साथ आज भारत इंटीग्रेटेड, इक्विटेबल और डेवलपमेंट की राह पर बढ़ रहा है। विकास सब तक पहुंचे यही भारत की प्राथमिकता है।
इसे पीएम मोदी का इमरान खान को जवाब माना जा रहा है। इसके पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने रटे-रटाए भाषण में आरएसएस और बीजेपी पर सवाल उठाए थे।
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