रीट में ‘आंसर की’ सहित पेपर डेढ़ घंटे पहले आना ही गहलोत सरकार की विफलता - अरविन्द सिसौदिया

 
 
रीट की परीक्षा में आंसर-की सहित पेपर समय से पहले किसी बाहरी व्यक्ति पर बरामद होने से विषय गंभीर हो गया है और यह इस बात का सबूत भी है की भर्ती कराने वाला बोर्ड में अपने अंदर से ही किसी ने पेपर बिथ क्वेश्चन और क्वेश्चन की आंसर शीट बनाकर जारी की है।

दूसरा सबसे बड़ा सवाल यह है भी कि सरकार ने खुद बहुत सारी गिरफ्तारियां इस संदर्भ में की है । फिर यह कैसे माना जाए कि पेपर लीक नहीं मिला हुआ । या तो इसके पीछे यह है कि आपने तयशुदा लोगों को इस परीक्षा में पास कराने के लिए आंसर और आंसर - की उपलब्ध करवाए जानें में स्वयं सरकार थी और यह तरीका लगभग हर परीक्षा पर आरोपित हो रहा है |
 
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि परीक्षा दोबारा से नहीं होती । इस संदर्भ में रिट याचिका भी न्यायालय में लगी हुई है । शिक्षा मंत्री कह रहे हैं कि जहां गड़बड़ी पाई गई होगी वहां पर कार्यवाही होगी। किंतु बात यह है कि अगर एक पेपर भी कहीं बाहर मिलता है समय से काफी पहले मिलता है और विथ आंसर-की के मिलता है तो मैं पूरा पेपर लीक माना जाता है ।
 
यह परिक्षा 4019 सेंटरों पर दो पारियों में आयोजित हुई है।
माना जाता है कि 6से 8लाख में पेपर बाहर बिक रहा था ।
इस परिक्षा के परिणाम के आधार पर 30हजार से अधिक युवाओं की भर्ती की जाएगी
इससे पूर्व चार-पांच बार यह परीक्षा में निरस्त हुई है।
पहले भी कई बार दोबारा से एग्जाम हुए हैं
15 / 16 लाख लोगों परिक्षार्थियों के भविष्य से कैसे खेला जा सकता है।
इसी संदर्भ में राजस्थान हाई कोर्ट में 6 अक्टूबर 2021 को इस मामले को सुनाई है।

 पद का नाम -      तृतीय श्रेणी शिक्षक
पदों की संख्या-    32000
परीक्षा का प्रकार- ऑफलाइन
श्रेणी-                   Answer Key
परीक्षा तिथि-       26/09/2021
परीक्षा समय-      10:00 से 12:30 / 02:30 से 05:00
भाषा-                  हिंदी / अंग्रेजी
राज्य -                राजस्थान, देश-    भारत
============
 
 
राजस्थान की सबसे बड़ी ‘परीक्षा’ में गड़बड़ी की परतें उधड़ने लगी हैं। गंगापुर सिटी में जिस कांस्टेबल के मोबाइल पर परीक्षा से डेढ़ घंटे पहले पेपर आ गया था, उसे पेपर के साथ ‘आंसर की’ भी मिली थी। एसओजी और जयपुर कमिश्नरेट ने रविवार रात संजय मीणा को जगतपुरा में दबोच लिया। जबकि संजय को पेपर देने वाला मास्टरमाइंड बत्तीलाल अभी फरार है। संजय मीणा सवाई माधाेपुर में मलारणा के पास का रहने वाला है। उसने ही गंगापुर सिटी में कांस्टेबल देवेन्द्र गुर्जर काे कहा था कि दिलखुश से जाकर मिल लाे। फिर दिलखुश ने कांस्टेबल को पेपर और ‘आंसर की’ की काॅपी दी।

देवेन्द्र ने दाेनों की अपने माेबाइल से फाेटाे क्लिक करके पत्नी लक्ष्मी काे पूरा पेपर बता दिया। उसने ये पेपर अपने साथी हेडकांस्टेबल यदुवीर गुर्जर काे भी बताया। उसने भी परीक्षा देने जा रही पत्नी सीमा को पेपर दे दिया। मामला सामने आने के बाद दिलखुश व उसके साथी नाबालिग काे सवाई माधाेपुर में रविवार काे ही दबाेच लिया गया। नाबालिग ने भी रीट देने वाली अपनी दो बहनों को पेपर और आंसर की दी थी।

पर्चा किसे-किसे मिला... जांच जारी
संजय मीणा का नाम दिलखुश से पूछताछ में सामने आया। पुलिस टीमाें ने रात करीब डेढ़ बजे उसे पकड़ लिया। एटीएस एएसपी सतेंद्र सिंह ने बताया कि पेपर पहली बार कहां से लीक हुआ और कहां कहां पहुंचा, इसकी पूछताछ की जा रही है। बता दें कि रविवार को रीट की परीक्षा थी। पहली पारी की परीक्षा सुबह 10 बजे हुई थी, लेकिन सुबह 8:32 बजे ही कांस्टेबल देवेंद्र के मोबाइल पर पेपर व आंसर की आ गई थी। इसके बाद 9:40 बजे उसे गिरफ्तार किया गया। फिर उसकी पत्नी समेत 4 महिला अभ्यर्थियों काे सेंटर से ही पकड़ा गया।


बोर्ड अध्यक्ष बोले- पेपर लीक पर कमेटी की रिपोर्ट के बाद फैसला

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने गंगापुर में पुलिस कांस्टेबल के मोबाइल पर सुबह 8.32 बजे ही रीट का पेपर आने की सूचना के बाद भी अब तक पेपर आउट नहीं माना है। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली ने कहा कि इस प्रकरण में अभी बोर्ड को जिला परीक्षा संचालन समिति की रिपोर्ट का इंतजार है। उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। उधर, रीट की ओएमआर शीट से लदे वाहन प्रदेश के विभिन्न जिलों से सोमवार को भी रीट कार्यालय पहुंचे। सबसे देर से जयपुर और अलवर के केंद्रों की सामग्री बोर्ड कार्यालय पहुंची है।

एक्सपर्ट व्यू; पेपर वायरल नहीं हुआ है या नहीं...ये देखना जरूरी

रीट देने वाले 16 लाख से ज्यादा अभ्यर्थियों के सामने अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या पेपर लीक माना जाएगा? इसका जवाब जानने के लिए भास्कर ने राजस्थान अधीनस्थ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष नंदसिंह नरूका से बात की, तो उन्होंने कहा-पेपर लीक है या नहीं इसकी पड़ताल शिक्षा बाेर्ड की ओर से गठित कमेटी करेगी। जहां पेपर वाॅट्सअप पर मिला है, उसका असर कितना है और कितनी दूरी पर हुआ है। इसका आंकलन पुलिस रिपाेर्ट्स या जांच से हाेगा। इसके बाद उस क्षेत्र की परीक्षा फिर कराई जा सकती है।

भास्कर- जहां पेपर देरी से पहुंचा, वहां क्या करेंगे?

शिक्षा मंत्री ने कहा- अलवर के 1 सेंटर पर पर्चा देरी से पहुंचा, वहां फिर परीक्षा होगी

Q. गंगापुर सिटी में पेपर लीक मानेंगे या नहीं, इस पर राज्य सरकार क्या एक्शन ले रही है?
पेपर लीक मानेंगे या नहीं, इस पर पूरी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। गंगापुर के मामले में कुछ शिक्षकों और पुलिसकर्मियों के नाम आ रहे। इन सभी पर उचित फैसला होगा। इसमें किसी को शंका करने की जरूरत नहीं है। सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया जाएगा।

Q. अलवर सहित कुछ जगह देरी से पेपर पहुंचने से परीक्षार्थी परीक्षा से वंचित हुए, अब क्या करेंगे?
रीट में अगर ऐसा कोई सेंटर है, जहां एक भी अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे पाया तो वहां फिर परीक्षा होगी। अलवर के कमला देवी महाविद्यालय ढीकवार-मांडन नीमराना में परीक्षा केंद्र में पहली पारी में ट्रैफिक जाम होने से देरी से पेपर पहुंचा। यह प्रशासनिक विफलता से हुआ। 15-20 दिन में परीक्षा फिर कराई जाएगी। इसके बाद परिणाम जारी होगा। यहां करीब 600 अभ्यर्थी हैं।

Q. पेपर की सील खुली मिलने से गड़बड़ी साबित हुई, परीक्षार्थी ठगा सा महसूस कर रहे हैं?
पेपर की सील खुली मिलने की बातें पूरी तरह गलत हैं। ऐसी कोई शिकायत भी सामने नहीं आई है। यह तो ऐसे अभ्यर्थी आरोप लगा रहे हैं, जिनकी तैयारी नहीं थी। अगर किसी को पेपर में विषय संबंधी कोई शिकायत है तो वह नोडल एजेंसी बोर्ड को लिखित में शिकायत दे। इस पर निर्णय बोर्ड ही करेगा।

Q. परीक्षाएं कराने में हम विफल क्यों हो रहे?
रीट के लिए भामाशाह और प्रशासन की ओर से की गई व्यवस्थाओं को दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों ने भी सराहा। बाहर के अभ्यर्थियों का कहना था कि राजस्थान में परीक्षा नहीं रीटोत्सव का आयोजन हो रहा है। आज तक ऐसी व्यवस्थाएं नहीं देखी कि तिलक लगाकर परीक्षा देने के लिए भेज रहे हैं और खाने और रहने का इंतजाम किया जा रहा है।


 
--------------------
रीट में नकल गिरोह की आशंका के चलते सरकार ने पूरी सख्ती के साथ परीक्षा का आयोजन कराया है। इसके बादजून कई परीक्षा केद्रों से नकल करने व कराने वालों की पकड़े जाने की घटनाएं सामने आई हैं। राज्य सरकार ने साफ किया है कि नकल गिरोह में जो भी शामिल पाया जाएगा उसका बख्शा नहीं जाएगा। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

REET Exam 2021: चलती बस में दी गई थी नकल की ट्रेनिंग, चप्पल में छिपाकर ले गए थे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस
चप्पल में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले गए थे नकलची.चप्पल में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले गए थे नकलची.
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET 2021) में नकल गिरोह व नकलियों के तरीकों को लेकर हर रोज नया खुलासा हो रहा है. अब बीकानेर पुलिस ने मामले में बड़ा खुलासा किया है.
 
NEWS18 RAJASTHAN
LAST UPDATED : OCTOBER 02, 2021

बीकानेर. राजस्थान (Rajasthan) में हाल ही में हुई सबसे बड़ी रीट (REET 2021) की परीक्षा में नकल को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है. नकलची चप्पल में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस छिपाकर ले गए थे. इतना ही नहीं परीक्षा देने के लिए नकलची परीक्षार्थियों के लिए बस की विशेष सुविधा थी. नकल गिरोह द्वारा अभ्यर्थियों को चलती बस (Bus) में ही चीटिंग की ट्रेनिंग दी गई थी. चप्पल से नकल के खेल का खुलासा बीकानेर (Bikaner) की पुलिस ने करते हुए 5 आरोपियों को हाल ही में गिरफ्तार (Arrest) किया था, लेकिन पुलिस अब इस नकल मामले में एक एक कर सारी परतें खोलते हुए खुलासा कर रही है.
गंगाशहर थाना पुलिस ने इस नकल के खेल में अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग सेशन का आयोजन करने वाले गैंग एक आरोपी गंगाशहर चौधरी कॉलोनी निवासी राकेश जाट को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस की प्रारम्भिक जांच में सामने आया की राकेश मुख्य अभियुक्त तुलसीराम कालेर का विश्वासपात्र है. नकल कराने के लिए रीट अभ्यर्थियों का एग्जाम से पहले एक ट्रेनिंग सेशन भी हुआ था.


इस तरह दी गई नकल की ट्रेनिंग
पुलिस का मानना है कि राकेश के घर पर ही नकल की ट्रेनिंग के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया गया था. 25 सितंबर को राकेश ने एक बस किराए पर लेकर आया था. इसी बस में परीक्षार्थियों को बैठाकर जयपुर रोड ले जाया गया, जहां मुख्य सरगना तुलसीराम कालेर भी बस में सवार हो गया. इसी चलती बस के अंदर नकल करने की ट्रेनिंग दी गई. यहीं तुलसीराम ने परीक्षार्थियों को नकल वाली डिवाइस को छिपाने और ऑपरेट करने की ट्रेनिंग दी.
कालेर की गिरफ्तारी पर इनाम
पुलिस का प्रयास मुख्य सरगना तुलसीराम कालेर को गिरफ्तार करना है. पुलिस गिरफ्त में आए लोगों से कालेर से जुडी जानकारियां जुटा रही है. वहीं अलग अलग टीमों को उसकी तलाशी में लगा रखा है. एसपी प्रीति चंद्रा ने पांच हजार का इनाम भी घोषित किया है. फिलहाल गैंग के खुलासे के बाद से कालेर पुलिस की पकड़ से दूर है. बता दें कि जेएनवीसी थाने में 2013-14 में कालेर के खिलाफ तीन मामले दर्ज हैं. वर्तमान के मुकदमों सहित उसके खिलाफ कुल सात मुकदमे बताए जा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि हर प्रतियोगी परीक्षा में हुई धांधली और नकल में कालेर की भूमिका हो सकती है.

-------------

REET 2021: रीट परीक्षा में नकल और पेपर लीक को लेकर 40 गिरफ्तार, छह लाख रुपये की ब्लूटूथ वाली चप्पल जब्त
एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला Published by: देवेश शर्मा Updated Mon, 27 Sep 2021

सार
REET Exam 2021: राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) रविवार को कई अजीबोगरीब घटनाओं का गवाह रही, जिसमें आवेदकों ने परीक्षा के दौरान नकल करने के लिए चप्पलों में ब्लूटूथ डिवाइस लगाने जैसे हाइटेक उपायों का सहारा लिया।

विस्तार

राजस्थान में शिक्षक भर्ती के लिए अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा रीट 2021 रविवार, 26 सितंबर को राज्य भर में आयोजित की गई। राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) के कारण रविवार को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे इंटरनेट बंद रहने के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में दैनिक जीवन और ई-व्यवसाय भी प्रभावित हुआ। लेकिन REET Exam 2021 (राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा) रविवार को कई अजीबोगरीब घटनाओं की गवाह रही, जिसमें आवेदकों ने परीक्षा के दौरान नकल करने के लिए चप्पलों में ब्लूटूथ डिवाइस लगाने जैसे हाइटेक उपायों का सहारा लिया।

 
राजस्थान पुलिस ने कई रीट परीक्षार्थियों की चप्पलों में छिपे ब्लूटूथ डिवाइस को जब्त कर लिया, जबकि दिन भर में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया और दो दर्जन से अधिक से पूछताछ की गई। कुछ ने तो इन ब्लूटूथ फिटेड चप्पलों का उपयोग करने के लिए 6 लाख रुपये तक का भुगतान भी किया था। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद, रीट परीक्षार्थियों को परीक्षा देने के लिए अनुचित साधनों का सहारा लेने से नहीं रोका जा सका। अजमेर के किशनगढ़ में एक परीक्षार्थी ब्लूटूथ डिवाइस को अपनी चप्पल में छिपाकर परीक्षा केंद्र तक ले गया।
==============
 

टिप्पणियाँ

इन्हे भी पढे़....

सेंगर राजपूतों का इतिहास एवं विकास

अटलजी का सपना साकार करते मोदीजी, भजनलालजी और मोहन यादव जी

हमारा देश “भारतवर्ष” : जम्बू दीपे भरत खण्डे

Veer Bal Diwas वीर बाल दिवस और बलिदानी सप्ताह

तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहे।

सफलता के लिए प्रयासों की निरंतरता आवश्यक - अरविन्द सिसोदिया

स्वामी विवेकानंद और राष्ट्रवाद Swami Vivekananda and Nationalism

जन गण मन : राजस्थान का जिक्र तक नहीं

जागो तो एक बार, हिंदु जागो तो !

11 days are simply missing from the month:Interesting History of September 1752