PM Modi address at G20 Summit2021, Session I : One Earth- One Health
जी 20 देशों के रोम/इटली सम्मेलन 2021 के प्रथम सत्र में प्रधनमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का सम्बोधन
PM's address at G20 Summit, Session I : Global Economy and Global Health
Excellencies,
कोरोना वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए हमने One Earth- One Health का विजन विश्व के सामने रखा है।
भविष्य में ऐसे किसी भी संकट से निपटने के लिए, ये विजन विश्व की बहुत बड़ी ताकत बन सकता है।
Excellencies,
फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड की भूमिका निभाते हुए, भारत ने 150 से ज्यादा देशों को दवाइयां पहुंचाई।
इसके साथ-साथ हमने वैक्सीन रिसर्च और मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाने में भी अपनी पूरी ताकत लगा दी।
बहुत कम समय में, हम भारत में एक बिलियन से अधिक वैक्सीन डोज लगा चुके हैं।
दुनिया की one sixth आबादी में संक्रमण को नियंत्रित करके भारत ने विश्व को भी सुरक्षित करने में अपना योगदान दिया है, और virus के further म्यूटेशन की संभावना को भी कम किया है।
Excellencies,
इस महामारी ने पूरी दुनिया को भरोसेमंद सप्लाई चेन की जरूरत के प्रति सतर्क किया है।
इस स्थिति में भारत, एक विश्वसनीय मैन्यूफैक्चरिंग हब के तौर पर उभरा है।
इसके लिए भारत ने bold economic reforms को नई गति दी है।
हमने cost of doing business को बहुत कम किया है और हर स्तर पर Innovation बढ़ाया है।
मैं G-20 देशों को आमंत्रित करता हूँ, कि अपनी इकनोमिक रिकवरी और सप्लाई चेन diversification में भारत को अपना भरोसेमंद पार्टनर बनाएं।
Excellencies,
संभवत: जीवन का कोई पहलू ऐसा नहीं है जिसमें कोविड की वजह से Disruptions ना आए हों।
ऐसी विकट परिस्थिति में भी भारत के IT-BPO सेक्टर ने एक सेकेंड की भी रुकावट नहीं आने दी, राउंड-द-क्लॉक काम करके पूरे विश्व को सपोर्ट किया।
मुझे खुशी होती है, जब मुलाकातों के दौरान आप जैसे नेता, इसकी प्रशंसा करते हैं कि भारत ने किस तरह एक Trusted Partner की भूमिका निभाई है।
ये हमारी युवा पीढ़ी को भी नए उत्साह से भरता है।
और ये इसलिए हुआ, क्योंकि भारत ने बिना समय गंवाएं, work-from anywhere से जुड़े अभूतपूर्व Reforms किए।
Excellencies,
ग्लोबल फाइनेंसियल आर्किटेक्चर को अधिक ‘fair बनाने के लिए 15 परसेंट, मिनिमम कोर्पोरेट टैक्स Rate, एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
मैंने खुद 2014 में G-20 की बैठक में इसका सुझाव दिया था। मैं G-20 का आभार व्यक्त करता हूं कि उसने इस दिशा में ठोस प्रगति की है।
आर्थिक recovery के लिए अंतर-राष्ट्रीय आवाजाही बढ़ाना आवश्यक है।
इसके लिए हमें अलग-अलग देशों के वैक्सीन सर्टिफिकेट्स की परस्पर मान्यता सुनिश्चित करनी ही होगी।
Excellencies,
भारत अपने वैश्विक दायित्वों को लेकर हमेशा गंभीर रहा है।
मैं आज जी-20 के इस मंच पर, आप सभी को ये बताना चाहता हूं कि भारत की तैयारी, अगले वर्ष विश्व के लिए 5 billion vaccine doses से भी अधिक के उत्पादन की है।
भारत के इस कमिटमेंट से कोरोना के वैश्विक संक्रमण को रोकने में बहुत बड़ी मदद मिलेगी।
इसलिए, ये आवश्यक है कि WHO द्वारा भारतीय vaccines को शीघ्र मान्यता दी जाए।
धन्यवाद।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें