आतंकियों का षडयंत्र,कश्मीरी पण्डित कश्मीर घाटी में पुनः वापस न आयें - अरविन्द सिसौदिया
जम्मू और कश्मीर में भगाये गये कश्मीरी पण्डितों की सम्पत्ती पुनः सरकार द्वारा प्राप्त करने के अभियान को बाधित करने के लिये महबूबा मुफती सहित पाकिस्तान से एवं आतंकवाद से सांठ गांठ रखने वाले तत्वों की यह साजिश है। इन लोगों का मकसद है कि कश्मीरी पण्डित कश्मीर घाटी में पुनः वापस न आयें । केन्द्र सरकार को कश्मीर में सेना और बडानी चाहिये । पाकिस्तान परस्त लोगों को गिरफ्तार कर पाकिस्तान भेज देना चाहिये। लिन्हे भारत के विरूद्ध जहर उगलना है उन्हे भारत में रहने का अधिकर नहीं है। उन्हे कुल मिला कर भारत से बाहर कर देना चाहिये। पाकिस्तान ने अपने देश में अल्पसंख्यकों को लेकर जो नीति अपनाई थी, भारत को भी वही नीति अपनानी होगी । सुप्रीम कोर्ट कश्मीर में अचानक आतंकी घटनाओं पर संज्ञान क्यों नहीं लेता क्या वह विवेकहीन है।
1- कश्मीरी पण्डितों की जबरिया कब्जाई सम्पत्ती का सरकार द्वारा अधिग्रहण कर लिया जाना चाहिये । वह चाहे उसका पूर्व स्वामी ले या न ले । अर्थात जबरिया कब्जाई गई सम्पत्ती , पण्डितों को भगाने वाले नहीं रख सकते यह संदेश देना ही पडेगा ताकी भविष्य में वे इस तरह का प्रयोग नहीं करें। अन्यथा यह प्रयोग कल भारत के दूसरे हिस्सों में भी होने लगेगा ।
2- यदि कोई कश्मीरी पण्डित अपनी जबरिया कब्जाई सम्पत्ती नहीं लेना चाहे तो उसे कश्मीर में मौजूद किसी अन्य कश्मीरी पण्डित को हस्तांतरित करने का अधिकार दिया जाये।
3- जिस सम्पत्ती पर कश्मीरी पण्डित कब्जा करने नही आयें, उसे भी सरकार अपने कब्जे में ले और अगले 10 वर्ष में उन्हे वापस लेनें का अधिकार दे। ताकि शांती व्यवस्था जल्द हो । अभी यही हो रहा है कि अशांती के बल पर वे सम्पत्तीयों को अपने कब्जे में रख लेंगें। इसलिये आतंकी घटनाओं से दहशत फैलवाई जा रही है।
कश्मीर में मुख्य समस्या उकसावे के कुकत्य को कर रहे,राजनैतिक लोगों पर कडी कार्यवाही नहीं होना है। वहां आतंकवाद एवं आराजकता के पक्ष में बेकअप कर रहे लोगों पर कठोरतम कार्यवाही आवश्यक है। बैकअप पर बार हो ! अब कानून के सभी प्रकार के विकल्प सुरक्षा बनों को उपलब्ध है।
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कश्मीर में 5 जवान शहीद:राजौरी में LOC के करीब आतंकियों से मुठभेड़ में एक JCO और 4 जवान शहीद;
पुंछ, बांदीपोरा और अनंतनाग में भी एनकाउंटर
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को 4 जगह आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर हुए।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के एक अफसर समेत 5 जवान शहीद हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक, पीर पंजाल रेंज में काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशन जारी था। इसी दौरान आतंकियों ने आर्मी की पार्टी पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसमें एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) और 4 जवान शहीद हो गए। वहीं, 3 से 4 जवान घायल हुए हैं, जिन्हें आर्मी अस्पताल शिफ्ट किया जा रहा है। बैकअप पार्टी को मौके के लिए रवाना किया गया है।
इधर, सोमवार शाम को शोपियां जिले में भी आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। तुलरान इलाके में हुई इस मुठभेड़ को मिलाकर पिछले 24 घंटे में कश्मीर घाटी में यह चौथा एनकाउंटर है।
पीर पंजाल रेंज में जहां मुठभेड़ हुई, वह इलाका LOC के बेहद नजदीक है।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षाबलों ने सोमवार को तड़के ऑपरेशन शुरू किया था। इस इलाके में भारी हथियारों से लैस आतंकियों के मौजूद होने के बारे में जानकारी मिली थी। जब आर्मी का सर्च ऑपरेशन जारी था, तभी आतंकियों ने फायरिंग की। गोली लगने से JCO समेत 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया।
पुंछ में सर्चिंग पर निकली टीम पर फायरिंग
इधर, जम्मू-कश्मीर के ही पुंछ में भी आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच सोमवार सुबह एनकाउंटर हुआ। डिफेंस PRO ने बताया, 'खुफिया इनपुट मिलने पर सुरक्षाबलों ने पुंछ के सूरनकोट इलाके में डेरा की गली से सटे गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया था, इसी दौरान आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच यह मुठभेड़ हुई।'
बांदीपोरा में एनकाउंटर में 2 आतंकी ढेर
इधर, जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में एक आतंकी को मार गिराया। मारे गए दहशतगर्द की पहचान इम्तियाज अहमद डार के रूप में हुई है। वह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। कश्मीर के IGP विजय कुमार ने बताया कि डार बांदीपोरा के शाहगुंड में हाल में हुई नागरिकों की हत्या में शामिल था।
कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया है।
अनंतनाग में एक आतंकी ढेर, एक जवान भी घायल
वहीं, अनंतनाग में भी सुरक्षाकर्मियों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इसमें सुरक्षाबलों ने एक दहशतगर्द का मार गिराया है। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हुआ है। कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि दोपहर तक ऑपरेशन जारी था। यहां दो आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना है।
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हाइलाइट्स
एनआईए की टीमों ने पूरे कश्मीर में की छापेमारी
श्रीनगर, अनंतनाग, कुलगाम और बारामूला के 9 जगहों पर हुई रेड
कई देश विरोधी तत्वों से हुई पूछताछ, 600 हिरासत में
70 से ज्यादा युवाओं को एनआईए ने हिरासत में लिया
श्रीनगर
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 'वॉयस ऑफ हिंद' पत्रिका के प्रकाशन और आईईडी की बरामदगी के संबंध में कश्मीर घाटी में 16 स्थानों पर छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, श्रीनगर, अनंतनाग, कुलगाम और बारामूला में कुल नौ जगहों पर छापेमारी की गई।
कई पथराव करने वाले लोगों और भारत विरोधी तत्वों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पिछले 2-3 दिनों में श्रीनगर में 70 युवा हिरासत में लिए गए हैं। जबकि पूरे कश्मीर में कुल 570 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
NIA ने औपचारिक रूप से अपने हाथ में ली जांच, 40 शिक्षक तलब
इसके अलावा एनआईए ने नागरिकों की हत्याओं के सिलसिले में रविवार को 40 शिक्षकों को तलब भी किया। इसके साथ ही जांच एजेंसी ने औपचारिक रूप से स्थानीय पुलिस से अपने हाथ में ले ली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के तहत एजेंसी में आतंकवाद विरोधी विंग के प्रमुख तपन डेका सहित आईबी के शीर्ष अधिकारी श्रीनगर में डेरा डाले हुए हैं। जो आतंकवादियों द्वारा नागरिकों की हत्याओं की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।
राज्यपाल का बयान आया सामने
गृह मंत्री ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इन हत्याओं में शामिल आतंकवादियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में नहीं लाया जाता, तब तक कई प्रमुख केंद्र शासित प्रदेश में काम करेंगे। जम्मू-कश्मीर पुलिस पहले ही घाटी में नागरिकों की हत्याओं से संबंधित विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज प्राथमिकी के संबंध में 400 से अधिक लोगों को हिरासत में ले चुकी है।
सेना ने हत्याओं की निंदा की
श्रीनगर में हुईं हत्याओं पर सेना की तरफ से रविवार को बयान आया है। लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय, जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) चिनार कॉर्प्स ने कहा कि ये हत्याएं निंदनीय हैं। मुझे भरोसा है कि कश्मीरी उन असामाजिक तत्वों को बेनकाब करेंगे जो कश्मीरी समाज को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।
'सभी धर्म एकजुट होकर दुश्मनों को करेंगे बेनकाब'
लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सकारात्मक बदलावों की वजह से लोगों और देश के दुश्मन ऐसी हरकतें कर रहे हैं। मुझे यकीन है कि कश्मीर में सभी धर्मों के लोग एकजुट होकर इनको बेनकाब करेंगे।
मैं बहुत ही प्रभावित हुआ हूँ आपकी लेखकी कौशल से। अगले आर्टिकल का इंतजार रहेगा। कुलगाम पयर्टन स्थल
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