स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ( Statue of Unity ) : राष्ट्र का भौगोलिक एकीकरण करने वाले महानायक सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित
गुजरात सरकार द्वारा 7 अक्टूबर 2010 को इस परियोजना की घोषणा की गयी थी। इस मूर्ति को बनाने के लिये लोहा पूरे भारत के गाँव में रहने वाले किसानों से खेती के काम में आने वाले पुराने और बेकार हो चुके औजारों का संग्रह करके जुटाया गया। ... इस अभियान का नाम “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अभियान“ दिया गया।
सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय एकता ट्रस्ट ने इस कार्य हेतु पूरे भारतवर्ष में 36 कार्यालय खोले, जिससे लगभग 5 लाख किसानों से लोहा जुटाने का लक्ष्य रखा गया। इस अभियान का नाम “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अभियान“ दिया गया। 3 माह लम्बे इस अभियान में लगभग 6 लाख ग्रामीणों ने मूर्ति स्थापना हेतु लोहा दान किया। इस दौरान लगभग 5,000 मीट्रिक टन लोहे का संग्रह किया गया।
मूर्ति निर्माण के अभियान से “सुराज“ प्रार्थना-पत्र बना जिसमे जनता बेहतर शासन पर अपनी राय लिख सकती थी। सुराज प्रार्थना पत्र पर 2 करोड़ लोगों ने अपने हस्ताक्षर किये, जो कि विश्व का सबसे बड़ा प्रार्थना-पत्र...
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ( Statue of Unity ) के (विश्व की सबसे ऊॅची प्रतिमा जो कि गुजरात में बनायी गयी है) कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारें में बात करेंगे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री सरदार पटेल को समर्पित एक स्मारक है, जो भारतीय राज्य गुजरात में स्थित है गुजरात के पूर्व मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया था ।
गुजरात सरकार द्वारा 7 अक्टूबर 2010 को इस परियोजना की घोषणा की गयी थी। इस मूर्ति को बनाने के लिये लोहा पूरे भारत के गाँव में रहने वाले किसानों से खेती के काम में आने वाले पुराने और बेकार हो चुके औजारों का संग्रह करके जुटाया गया। ... इस अभियान का नाम "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अभियान" दिया गया।
गुजरात सरकार द्वारा 7 अक्टूबर 2010 को इस परियोजना की घोषणा की गयी थी। इस मूर्ति को बनाने के लिये लोहा पूरे भारत के गाँव में रहने वाले किसानों से खेती के काम में आने वाले पुराने और बेकार हो चुके औजारों का संग्रह करके जुटाया गया। सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय एकता ट्रस्ट ने इस कार्य हेतु पूरे भारतवर्ष में 36 कार्यालय खोले, जिससे लगभग 5 लाख किसानों से लोहा जुटाने का लक्ष्य रखा गया। इस अभियान का नाम "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अभियान" दिया गया। 3 माह लम्बे इस अभियान में लगभग 6 लाख ग्रामीणों ने मूर्ति स्थापना हेतु लोहा दान किया। इस दौरान लगभग 5,000 मीट्रिक टन लोहे का संग्रह किया गया।हालाँकि शुरुआत में यह घोषणा की गयी थी कि संग्रहित किया गया लोहे का उपयोग मुख्य प्रतिमा में किया जायेगा, मगर बाद में यह लोहा प्रतिमा में उपयोग नहीं हो सका; और इसे परियोजना से जुड़े अन्य निर्माणों में प्रयोग किया गया। मूर्ति निर्माण के अभियान से "सुराज" प्रार्थना-पत्र बना जिसमे जनता बेहतर शासन पर अपनी राय लिख सकती थी। सुराज प्रार्थना पत्र पर 2 करोड़ लोगों ने अपने हस्ताक्षर किये, जो कि विश्व का सबसे बड़ा प्रार्थना-पत्र...
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) के (विश्व की सबसे ऊॅची प्रतिमा जो कि गुजरात में बनायी गयी है)
कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारें में बात करेंगे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री सरदार पटेल को समर्पित एक स्मारक है, जो भारतीय राज्य गुजरात में स्थित है गुजरात के पूूर्व मुख्यमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2013 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर इस विशालकाय मूर्ति के निर्माण का शिलान्यास किया था .
और अधिक जानते है स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity in Hindi) के बारें में -
1- भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने हमारे देश भारत को आजादी मिलने के पश्चात हमारे देश की 560 से अधिक देशी रियासतों का भारत में विलय कर देश को एकत्व प्रदान किया । यह उनके इस महान कार्य के सम्मान में स्थापित किया गया।
2- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) भारत के प्रथम उप प्रधानमन्त्री तथा प्रथम गृहमन्त्री सरदार पटेल को समर्पित एक स्मारक है
3- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) को बनाने का शुभारम्भ भारत केे प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 31 अक्टूबर वर्ष 2013 को सरदार वल्लभभाई पटेल के 138वें जन्मदिवस के अवसर पर किया गया था
4- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) विश्व की सबसे ऊँची मूर्ति है जिसकी आधार सहित कुल ऊँचाई 240 मीटर है जिसमे 58 मीटर का आधार तथा 182 मीटर की मूर्ति है
5- इस मूर्ति को बनाने के लिए प्रगलित लोहे के अलावा इस्पात साँचे, प्रबलित कंक्रीट तथा कांस्य का लेप किया गया है
6- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी परियोजना की कुल लागत भारत सरकार द्वारा लगभग रुपया 3,001 करोड़ (US$438.15 मिलियन) रखी थी बाद में लारसन एंड टर्बो ने अक्टूबर 2014 में सबसे कम रुपया 2,989 करोड़ (US$436.39 मिलियन) की बोली लगाई जिसमे आकृति, निर्माण तथा रखरखाव शामिल था
7- भारत में अब तक की सबसे ऊंची मूर्ति भगवान बजरंग बली की विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश में है उसकी ऊंचाई 41 मीटर यानी 135 फुट है। इस मूर्ति का निर्माण 2003 में किया गया था
8- विश्व की सबसे ऊॅची मुर्ति वर्तमान में 152 मीटर की चीन में स्प्रिंग टैम्पल बुद्ध है इससे कम दूसरी ऊँची मूर्ति भगवान बुद्ध की है जिसकी उँचाई 120 मीटर है
9- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) का स्मारक सरदार सरोवर बांध से लगभग 3.2 किमी की दूरी पर साधू बेट नामक स्थान पर स्थित है जो कि नर्मदा नदी पर एक टापू है यह स्थान गुजरात के भरुच के निकट नर्मदा जिले में स्थित है
10- दरसल इस परियोजना की घोषणा गुजरात सरकार द्वारा 7 अक्टूबर 2010 को की गयी
11- इस मूर्ति के निर्माण के लिए लोहेे का प्रयोग किया गया जो कि पूरे भारत के गाँव में रहने वाले किसानों से खेती के काम में आने वाले पुराने और बेकार औजारों से जुटाया गया
12- लोहा जुटाने के अभियान का नाम "स्टैच्यू ऑफ यूनिटी अभियान" दिया गया
13- इसके अतरिक्त 15 दिसम्बर 2013 को एक "रन फॉर यूनिटी" नामक मैराथन का भी पूरे भारतवर्ष में आयोजन हुआ इस मैराथन में भी बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया
14- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) निर्माण के अभियान के लिए "सुराज" प्रार्थना-पत्र बनाया गया जिस पर 2 करोड़ लोगों ने अपने हस्ताक्षर किये यह विश्व का सबसे बड़ा प्रार्थना-पत्र था जिस पर इतनी बडी संख्या में हस्ताक्षर हुए हों
15- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 31 अक्टूबर 2018 को सरदार पटेल के जन्मदिवस के मौके पर किया जायेगा
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